रामपुर बुशहर। यहां पढ़ाई पर बर्फबारी का साया साफ नजर आ रहा है। रामपुर में सोमवार को पहले दिन नाममात्र विद्यार्थी ही कालेज पहुंचे। इससे परिसर में कोई खास चहल पहल नहीं रही। हफ्ते भर में कालेज में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
सर्दी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद सोमवार से कालेज खुल गया है। लंबी छुट्टियां काटने के बावजूद कालेज में पहले दिन विद्यार्थियों की अच्छी खासी भीड़ जुटनी चाहिए थी। लेकिन, यहां नाममात्र छात्र ही नजर आए। कारण साफ है कि बर्फबारी से अस्तव्यस्त जनजीवन पटरी पर नहीं आने से छात्र नहीं पहुंच पाए। बर्फबारी से किन्नौर समेत रामपुर उपमंडल की अधिकांश सड़कें बंद पड़ी हैं। कुछ ही सड़कें अभी बहाल हो पाई हैं। किन्नौर, आउटर सिराज और ननखड़ी ब्लाक की मुख्य सड़कें बंद रहने के कारण छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल और कालेज पहुंचना मुश्किल हो रहा है। हफ्ते बाद ही कालेज में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद की जा रही है।
इधर, कालेज में खाली समय में छात्र और शिक्षक हल्की धूप में बर्फबारी पर भी चरचा करते नजर आए। मसलन, कहां कितनी बर्फ गिरी है और कितना नुकसान हुआ है।
कालेज प्राचार्य डा. एसबी नेगी ने माना कि छात्रों के कम आने का कारण ग्रामीण क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद सड़कों का न खुलना है। उन्होंने बताया कि कम उपस्थिति के बावजूद पढ़ाई नियमित शुरू कर दी गई है।
रामपुर बुशहर। यहां पढ़ाई पर बर्फबारी का साया साफ नजर आ रहा है। रामपुर में सोमवार को पहले दिन नाममात्र विद्यार्थी ही कालेज पहुंचे। इससे परिसर में कोई खास चहल पहल नहीं रही। हफ्ते भर में कालेज में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
सर्दी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद सोमवार से कालेज खुल गया है। लंबी छुट्टियां काटने के बावजूद कालेज में पहले दिन विद्यार्थियों की अच्छी खासी भीड़ जुटनी चाहिए थी। लेकिन, यहां नाममात्र छात्र ही नजर आए। कारण साफ है कि बर्फबारी से अस्तव्यस्त जनजीवन पटरी पर नहीं आने से छात्र नहीं पहुंच पाए। बर्फबारी से किन्नौर समेत रामपुर उपमंडल की अधिकांश सड़कें बंद पड़ी हैं। कुछ ही सड़कें अभी बहाल हो पाई हैं। किन्नौर, आउटर सिराज और ननखड़ी ब्लाक की मुख्य सड़कें बंद रहने के कारण छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल और कालेज पहुंचना मुश्किल हो रहा है। हफ्ते बाद ही कालेज में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद की जा रही है।
इधर, कालेज में खाली समय में छात्र और शिक्षक हल्की धूप में बर्फबारी पर भी चरचा करते नजर आए। मसलन, कहां कितनी बर्फ गिरी है और कितना नुकसान हुआ है।
कालेज प्राचार्य डा. एसबी नेगी ने माना कि छात्रों के कम आने का कारण ग्रामीण क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद सड़कों का न खुलना है। उन्होंने बताया कि कम उपस्थिति के बावजूद पढ़ाई नियमित शुरू कर दी गई है।