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रोहड़ू। हिमपात के बाद मौसम खुलते ही सेब बगीचों में काटछांट का काम फिर शुरू हो गया है। हिमपात के बाद बागवानोें को इस साल अच्छी पैदावार की उमीद बंधी है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि बागवान फरवरी के अंत तक बगीचों में प्रूनिंग का कार्य पूरा करें। पतझड़ के बाद सेब बगीचों में हर साल काटछांट का कार्य शुरू हो जाता है। इस बार हिमपात के कारण कई दिन तक बगीचों में काटछांट का कार्य बंद रहा। सेब की काटछांट को फलों की गुणवत्ता बनाए रखने तथा अच्छी पैदावार के लिए जरूरी माना जाता है। इस बार पहले बारिश न होने के कारण बगीचों में रखरखाव का कार्य अधर पर लटका था। अब बागवानों को अच्छी फसल की उम्मीद बनी है। मौसम खुलते ही बागवानों को सेब के रखरखाव की चिंता शुरू हो गई है। अधिकांश बगीचों में बागवानों ने धूप निकलते ही प्रूनिंग का कार्य शुरू कर दिया है।
उद्यान विकास अधिकारी आग्रदास का कहना है कि सेब बगीचों में काटछांट का कार्य फरवरी में पूरा होना जरूरी है। बगीचों में हिमपात के बाद चिलिंग रिक्वायरमेंट पूरी होने की संभावना है। उन्होंने बागवानों को सलाह दी है कि सेब की कटिंग का कार्य प्रशिक्षित व्यक्ति से करवाएं। बर्फ से टूटे पौधे के टहनों को काट कर उसके घाव पर अच्छी तरह पेस्ट लगाएं। टूटे टहनों के स्थान पर नए टहने तैयार करने की अभी से प्रक्रिया शुरू करें। सेब के पौधे में अन्य कटे भाग पर भी साथ-साथ पेस्ट लगाएं।
रोहड़ू। हिमपात के बाद मौसम खुलते ही सेब बगीचों में काटछांट का काम फिर शुरू हो गया है। हिमपात के बाद बागवानोें को इस साल अच्छी पैदावार की उमीद बंधी है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि बागवान फरवरी के अंत तक बगीचों में प्रूनिंग का कार्य पूरा करें। पतझड़ के बाद सेब बगीचों में हर साल काटछांट का कार्य शुरू हो जाता है। इस बार हिमपात के कारण कई दिन तक बगीचों में काटछांट का कार्य बंद रहा। सेब की काटछांट को फलों की गुणवत्ता बनाए रखने तथा अच्छी पैदावार के लिए जरूरी माना जाता है। इस बार पहले बारिश न होने के कारण बगीचों में रखरखाव का कार्य अधर पर लटका था। अब बागवानों को अच्छी फसल की उम्मीद बनी है। मौसम खुलते ही बागवानों को सेब के रखरखाव की चिंता शुरू हो गई है। अधिकांश बगीचों में बागवानों ने धूप निकलते ही प्रूनिंग का कार्य शुरू कर दिया है।
उद्यान विकास अधिकारी आग्रदास का कहना है कि सेब बगीचों में काटछांट का कार्य फरवरी में पूरा होना जरूरी है। बगीचों में हिमपात के बाद चिलिंग रिक्वायरमेंट पूरी होने की संभावना है। उन्होंने बागवानों को सलाह दी है कि सेब की कटिंग का कार्य प्रशिक्षित व्यक्ति से करवाएं। बर्फ से टूटे पौधे के टहनों को काट कर उसके घाव पर अच्छी तरह पेस्ट लगाएं। टूटे टहनों के स्थान पर नए टहने तैयार करने की अभी से प्रक्रिया शुरू करें। सेब के पौधे में अन्य कटे भाग पर भी साथ-साथ पेस्ट लगाएं।