मंडी। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण एवं मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति की ओर से विपाशा सदन में जिला स्तरीय सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह करवाया गया। इसकी अध्यक्षता उपायुक्त मंडी देवेश कुमार ने की। समारोह में स्वयं सहायता समूहों, संपूर्ण स्वच्छता अभियान तथा मनरेगा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं तथा उनसे जुड़े सदस्यों को सम्मानित किया गया।
उपायुक्त ने इस अवसर पर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की ओर से जिले के स्वयं सहायता समूहों की तैयार की गई निर्देशिका, मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति की साइट तथा त्रैमासिक पत्रिका जन चेतना का विमोचन किया। संबोधन में उपायुक्त देवेश कुमार ने कहा कि जिले में 8921 स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इनमें महिलाओं की भागेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
स्वयं सहायता समूहों के गठन से महिलाओं का आर्थिक उत्थान हुआ है। जिले को खुले में शौचमुक्त किया गया है। सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय की व्यवस्था की गई है तथा अब ठोस कूड़ा-कचरा प्रबंधन पर कार्य किया जा रहा है। जिले की 142 ग्राम पंचायतों को इस वर्ष निर्मल ग्रामीण पुरस्कार के लिए चिन्हित किया गया है। शीघ्र ही इसके लिए भारत सरकार की एक टीम जिले का दौरा करेगी।
अतिरिक्त उपायुक्त संदीप कदम, परियोजना अधिकारी, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण राम प्रसाद शर्मा, डीडीएम नाबार्ड ललित मोहन, परियोजना अधिकारी आईसीडीएस आरएस गुलेरिया तथा सहायक परियोजना अधिकारी सरोजना ठाकुर ने भी इस अवसर पर विचार रखे। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत राज वैद्य, उपाध्यक्ष कृष्णा टंडन, सचिव ललित शर्मा मौजूद रहे।