धर्मपुर (मंडी)। परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ दूध उत्पादन कार्यक्रम के तहत चालू वित्त वर्ष के दौरान शिमला, सिरमौर तथा मंडी जिले में 4 करोड़ 51 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। धर्मपुर निर्वाचन क्षेत्र की ग्राम पंचायत लंगेहड़ के गांव गियूण में 40 लाख की लागत से चिलिंग प्लांट भवन तथा उच्च विद्यालय गियूण में 34 लाख 41 हजार की लागत से निर्मित किए जाने वाले स्कूल भवन की आधारशिला रखी। अपने संबांधन में मंत्री ने कहा कि यह चिलिंग प्लांट क्षेत्र में श्वेत क्रांति का सूत्रपात है। पिछले चार वर्षों के दौरान दूध की खरीद दर 10 से बढ़ाकर 18 रुपये प्रति लीटर की गई। सरकार ने दुग्ध प्रसंघ के अनुदान को बढ़ाकर 11 करोड़ रुपये किया है। प्रदेश स्थित उत्पादकों को दुग्ध प्रसंघ तथा सहकारी सभाओं की ओर से निर्मित एवं बेची जाने वाली सभी प्रकार की मिठाइयों और दूध उत्पादों पर वैट की दर 13.75 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत की जाएगी। दूध गंगा परियोजना को एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि जिले के कोटली क्षेत्र को भी गियूण चिलिंग प्लांट के साथ जोड़ा जाएगा। इससे पहले परिवहन मंत्री ने ग्राम पंचायत लौंगणी के तहत 5 लाख की लागत से निर्मित संपर्क सड़क सयाठी तथा 2 लाख 50 हजार की लागत से निर्मित त्रैंबला से रयोड सड़क का लोकार्पण किया। त्रैंबला में जनसभा में कहा कि लौंगणी-त्रैंबला उठाऊ सिंचाई योजना अगले माह तक जनता को समर्पित कर दी जाएगी। रावमापा लौंगणी के भवन निर्माण पर 35 लाख खर्च किए जा रहे हैं। जबकि प्रयोगशाला भवन के लिए 75 लाख स्वीकृत किए गए हैं। हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष मोहन जोशी ने बताया कि गियूण चिलिंग प्लांट में शीघ्र ही तीन लाख की लागत से दो कंप्यूटराइज्ड दूध परीक्षण मशीनें स्थापित की जाएंगी। प्रसंघ की ओर से दूध उत्पादकों को 15 दिन के भीतर दूध के मूल्य की अदायगी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जाहू के समीप दो करोड़ की लागत से पशु आहार संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इस अवसर पर फेडरेशन के प्रबंध निदेशक एके ठाकुर, देसराज पालसरा, राजपाल गुप्ता, संजय निराला, पंचायत समिति सदस्य रमा देवी, जगदीश चंद, प्रधान ग्राम पंचायत लंगेहड कौशल्या देवी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।