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बरसो रे मेघा मेघा... बरसो रे
Mandi
Updated Mon, 04 Jun 2012 12:00 PM IST
उरला (मंडी)। लगभग एक माह से चल रहे सूखे के कारण किसान मक्की बिजाई के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। क्षेत्र के सभी किसान गंदम की फसल काटने के बाद अपने खेत में मक्की की बिजाई के लिए पूरी तैयारियां कर चुके हैं, लेकिन इंद्र देव है कि किसानों पर जरा भी रहम नहीं दिखा रहे हैं। आलम यह है कि मेघ न बरसने से बिजाई का काम अधर में लटका पड़ा है। यहां जून माह के प्रथम पखवाड़े को मक्की की बिजाई के लिए बेहतर समय माना जाता है। किसानों का कहना है कि सूखे के चलते जहां प्रचंड गर्मी हो गई है, वहीं खेतों में नमी का नाम तक नहीं है। ऐसे में अब किसान बारिश के लिए देवी-देवताओं के दरबार में गुहार लगा रहे हैं।
किसानों में मखौली राम, रसालू राम, भादर सिंह, पूरन चंद, शेर सिंह, राजू राम, दीप कुमार, मोहन सिंह, खेम सिंह, दसौंधी राम, पूरखी राम, गोपाल सिंह और झगडू़ राम का कहना है कि समय पर बारिश न होने से बिजाई कार्य में देरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि सूखे के कारण किसान धान की पनीरी भी नहीं लगा पाए हैं। उल्लेखनीय है कि सिंचाई कूहलों का अभाव होने के कारण अधिकांश किसान बारिश पर निर्भर हैं जो मेघ बरसने के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। इधर, मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश नहीं होगी। ऐसे में किसानों की परेशानी और बढ़ गई है।
उरला (मंडी)। लगभग एक माह से चल रहे सूखे के कारण किसान मक्की बिजाई के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। क्षेत्र के सभी किसान गंदम की फसल काटने के बाद अपने खेत में मक्की की बिजाई के लिए पूरी तैयारियां कर चुके हैं, लेकिन इंद्र देव है कि किसानों पर जरा भी रहम नहीं दिखा रहे हैं। आलम यह है कि मेघ न बरसने से बिजाई का काम अधर में लटका पड़ा है। यहां जून माह के प्रथम पखवाड़े को मक्की की बिजाई के लिए बेहतर समय माना जाता है। किसानों का कहना है कि सूखे के चलते जहां प्रचंड गर्मी हो गई है, वहीं खेतों में नमी का नाम तक नहीं है। ऐसे में अब किसान बारिश के लिए देवी-देवताओं के दरबार में गुहार लगा रहे हैं।
किसानों में मखौली राम, रसालू राम, भादर सिंह, पूरन चंद, शेर सिंह, राजू राम, दीप कुमार, मोहन सिंह, खेम सिंह, दसौंधी राम, पूरखी राम, गोपाल सिंह और झगडू़ राम का कहना है कि समय पर बारिश न होने से बिजाई कार्य में देरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि सूखे के कारण किसान धान की पनीरी भी नहीं लगा पाए हैं। उल्लेखनीय है कि सिंचाई कूहलों का अभाव होने के कारण अधिकांश किसान बारिश पर निर्भर हैं जो मेघ बरसने के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। इधर, मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश नहीं होगी। ऐसे में किसानों की परेशानी और बढ़ गई है।