मंडी/उरला। वर्क रूल के तहत मांगों को लेकर अड़े निगम के चालक परिचालकों की आठ घंटे ड्यूटी देने से परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। आलम यह है कि चालक परिचालकों की इस मांग से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार के दाम जरूरी काम निपटाने वालों को भी खासी परेशानी हुई। आठ घंटे ड्यूटी करने के चलते अब तक करीब 70 फीसदी से अधिक लोकल रूट प्रभावित हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि निगम के चालक और परिचालक आठ घंटे सेवाएं देने के उपरांत वाहनों को खड़ा कर हड़ताल कर रहे हैं जिसका असर सीधा यात्रियों पर पड़ रहा है।
ऐसे में बीते रोज पधर उपमंडल के अंतर्गत मंडी-बरोट, मंडी-चुक्कू और पधर-बल्ह-घोघरधार रूट में चलने वाली निगम की एकमात्र बस सेवा प्रभावित होने से क्षेत्र के लोगों को अपने अपने गंतव्य में पहुंचने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ी। इधर, हड़ताल के चलते मंडी के 40 रूट प्रभावित हुए हैं। जबकि सरकाघाट में यह आंकड़ा 26 है। सुंदरनगर में भी हर रोज 20 से 25 रूटों पर बसें नहीं चल पा रही हैं। यही हाल अन्य डिपुओं का भी है। इधर, रूट पर बसें न चलने से दूध व्यापारियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दुग्ध व्यापारियों में रमेश कुमार, रंगीला राम, राजू राम, शेर सिंह और बुद्धि सिंह आदि का कहना है कि प्रचंड गर्मी के चलते दूध के खराब होने का भय रहता है जिस कारण उन्हें बाजार में समय पर पहुंच कर दूध का वितरण करने के लिए समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। उधर, निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय चौधरी ने हड़ताल के चलते जिला मंडी डिपो के 40 लोकल रूट प्रभावित होने की पुष्टि की है।