पधर (मंडी)। क्षेत्र भीषण गर्मी पड़ने से पेयजल संकट छा गया है। यहां की पेयजल योजनाओं में स्रोतों का जल स्तर काफी गिर गया है। इस कारण उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल रहा है। गांव के प्राकृतिक पेयजल स्रोत और बावड़ियों का पानी भी सूख चुकी है। कुछेक पंचायतों के गांवों जहां विभाग ने हैंडपंप लगाए हैं, लोग हैंड पंप के पानी से अपनी प्यास बूझा रहे हैं। सूखे से पशुपालक भी बुरी तरह प्रभावित हैं।
इलाका दूंधा क्षेत्र की कुफरी, बड़ीधार और भड़वाहण पंचायतों में पेयजल को लेकर त्राहि- त्राहि मची हुई है। सुबह शाम दो समय विभागीय लाइनों से पर्याप्त पानी न मिलने से लोग मीलों पैदल चल कर पानी ला रहे हैं। वहीं लोग अब प्रशासन से टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की मांग कर रहे हैं। उधर, एसडीएम पधर विनय मोदी का कहना है कि सूख ग्रस्त क्षेत्रों जहां के लिए टैंकरों की सहायता से पानी आपूर्ति की सूची जिला प्रशासन को भेज दी है। अधिशासी अभियंता पधर अरुण शर्मा का कहना है कि प्रशासन ने टैंकरों से आपूर्ति करने के टेंडर लगा दिए हैं, जो सात जून को खुलेंगे। विभाग सूखाग्रस्त क्षेत्रों में हैंड पंप लगाकर समस्या का समाधान कर रहा है।