चैलचौक (मंडी)। उपमंडल के थाना गोहर को प्रतिमाह मिल रही अस्सी लीटर फ्यूल (पेट्रोल) की सप्लाई नाकाफी साबित हो रही है। तेल की यह मात्रा माह भर के लिए किसी भी सूरतेहाल पर्याप्त नहीं है। जरूरत से कम मात्रा में मिल रहे फ्यूल से पुलिस की गाड़ियों से कहीं ज्यादा पैदल पेट्रोलिंग कर अपराध और अन्य वारदातों पर अंकुश लगाने की जिम्मा संभाले हैं।
वाहनों में ईंधन और अन्य जरूरतों के लिए कमी आपातकालीन स्थिति में लोगाें की सुरक्षा पर भारी पड़ सकती है। उपमंडल के पुलिस थाना के तहत आए दिन चोरी, हत्या, गुंडागर्दी, मारपीट और अन्य मामले आते रहते हैं। इनसे निपटने के लिए पुलिस को कई किमी दूर घटनास्थल और मौके पर पहुंचना होता है। ऐसे में नित्य वाहन की जरूरत होती है। लेकिन पुलिस थाना को प्रतिमाह अस्सी लीटर तेल का खर्च मिल रहा है। जो नाकाफी गुजर रहा है। पुलिस के जवानों को कभी-कभी निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। रात्रि गश्त पर जाने के लिए भी जवानों को पैदल ही सफर तय करना पड़ता है। वहीं बात अन्य विभागों की करें तो लोनिवि में एक लीटर तेल आठ किमी के हिसाब से औसतन खर्च मिलता है।
थाना गोहर में एक जीप और दो बाइकों को प्रतिमाह 80 लीटर तेल का ही पैसा मिल रहा है। इधर, गोहर थाना एएसआई रामकृष्ण ने बताया कि फ्यूल की कम मात्रा मिल रही है। जो क्राइम और अन्य वारदातों को रोकने में नाकाफी साबित हो रही है।