गोहर (मंडी)। मंडी वन वृत्त के पांच वन मंडलों में अब तक करीब 700 हेक्टेयर भू भाग धू-धू कर जल चुका है। वहीं इस में वन विभाग की करीब 20 लाख की वन संपदा राख हो गई है। मंडी वन वृत्त के पांच वन मंडलों में मई तक आगजनी की करीब 135 घटनाएं घटीं।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंडी वन मंडल में 131 हेक्टेयर भू भाग में आगजनी की 40 घटनाएं हुई हैं। सुकेत वन मंडल में 181 हेक्टेयर भू भाग में 53 आगजनी की घटनाएं हुईं। करसोग वन मंडल में 258 हेक्टेयर भू भाग में आगजनी की 17 घटनाएं घटी। जोगिंद्रनगर वन मंडल में 93 हेक्टेयर भू भाग में 21 तथा नाचन वन मंडल में 13 हेक्टेयर में आगजनी के 4 मामले पेश आए।
जून का आगाज होने पर भी आग से जिला के जंगल धू- धू कर जल रहे हैं। सुकेत वन मंडल में आगजनी की घटनाओं में खासा इजाफा हुआ है। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की आगजनी की घटनाएं बढ़ने से सांसे फूल गई है। वहीं आगजनी से मंडी वन वृत्त के पांचों वन मंडलों में जंगली जीव जंतुओं को भी भारी क्षति पहुंची है। अनेक जीव आग में समा गए हैं। वातावरण में धुएं फैलने से लोगों में सांस की बीमारियां फैलने का खतरा हो गया है। जंगलों से निकलने वाले जहरीले धुएं से चरम रोगों को भी बढ़ावा मिल रहा है। वन अरण्यपाल मंडी सीबी पांडे ने इसकी पुष्टि की है।