करसोग (मंडी)। फायर सीजन के चलते क्षेत्र केजंगल धू- धू कर जल रहे हैं। हर वर्ष लगने वाली इस आग में करोड़ों रुपये की वन संपदा के साथ वन्य जीव नष्ट हो रहे हैं। सरकार से बार बार मांग करने पर करसोग में अग्निशमन केंद्र की स्थापना नहीं हो पाई है।
क्षेत्र के गगौण नाला, केलोधार, सेरी शराहंडा, शंकर देहरा सहित चारों तरफ के जंगल पिछले एक सप्ताह से जल रहे हैं। वन विभाग और फायर वाचर नाकाम हैं। चारों तरफ धुआं से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। स्थानीय एनजीओ प्रधान तेज राम वर्मा, सचिव सुरेंद्र ठाकुर, सलाहकार मोती राम चौहान, बसपा पूर्व प्रत्याशी पंडित लाला राम, दीप राम, कोमल, संतराम, मुकुंद प्रकाश, वीनू सहित अन्य लोगों ने बताया कि हर वर्ष जंगलों में आग लगने से हर वर्ष करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
जंगलों में घूमने वाले भेड़ बकरी पालक एवं कुछ स्थानीय लोग निजी स्वार्थ के लिए जंगलों में आग लगा देते हैं। दूर दराज इलाकाें में लगने वाली इस आग पर काबू पाना वन कर्मचारियों के लिए मुश्किल है। सरकार से करसोग में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने की मांग उठाई है। इधर डीएफओ करसोग एलएस ठाकुर ने माना की भड़कती आग पर काबू पाने में विभागीय कर्मचारियों को परेशानी हो रही है।