सरकाघाट (मंडी)। परिवहन मंत्री के गृह उपमंडल में कार्यरत एचआरटीसी के विभिन्न संगठन परिवहन को रोडवेज का दर्जा दिलाने के लिए लामबंद हो गए हैं। बुधवार को एचआरटीसी संगठनाें ने मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की। साथ ही जंग का ऐलान भी कर दिया।
इस दौरान करीब दो घंटा चालक एवं परिचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष देवराज ठाकुर की अध्यक्षता में हुई जनसभा में समस्त संगठनों ने एक मंच पर आकर घाटे में चल रहे निगम को पटरी पर लाने की रणनीति बनाई। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि संयुक्त संघर्ष समिति सूबे के चार मंडलों में संघर्ष का बिगुल बजा चुकी है। आज से मंडी मंडल का संघर्ष भी शुरू हो गया है। सरकार और अफसरशाही अपने हितों को साधने के लिए निगम को घाटे में धकेल रही है। निगम कर्मियाें के हितों को सुरक्षित रखने के लिए नई भर्ती करने से पूर्व ठोस नीति बनाने एवं परिवहन निगम को रोडवेज का दर्जा दिलाने को लेकर समस्त परिवहन कर्मी आंदोलन करेंगे।
उन्होंने मंडल के अधीन कार्यरत सभी कर्मचारियों एवं संगठनों से एक संयुक्त संघर्ष समिति गठित करने का आग्रह किया। वहीं निर्णय लिया गया कि 25 मई से 4 जून तक वर्क रूल के तहत आठ घंटे कार्य किया जाएगा। साप्ताहिक अवकाश भी लिया जाएगा। 5 जून को 24 घंटे का पैन डाउन और पहिया जाम किया जाएगा। सरकार नहीं जागी तो संघर्ष अनिश्चितकाल के लिए शुरू कर दिया जाएगा। जनसभा को तकनीकी कर्मचारी संगठन प्रदेश महासचिव लेखराज, प्रदेश परिवहन मजदूर संघ के संगठन मंत्री ओम प्रकाश, अनुबंधित चालक-परिचालक संघ के उप प्रधान गोपाल, केशव राम, तामेश्वर, कुलवंत, बृज लाल, युद्धवीर, केसर, जसवंत, अशोक आदि ने भी संबोधित किया।