पधर (मंडी)। इलाका दुंधा केे कुपुरी में लखदाता पीर को समर्पित दो दिवसीय मेला संपन्न हो गया। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए रावमापा कुफरी के प्रधानाचार्य बहादुर सिंह भारद्वाज ने कहा कि मेले और तीज त्यौहार अपने-अपने क्षेत्र के रीति-रिवाजों के परिचायक होते हैं।
माता भगवती जालपा सरौण की अगुआई में कुफरी मेला को क्षेत्र के लोग प्राचीन समय से धूमधाम से मनाते आ रहे हैं। क्षेत्र के किसान वर्ष की फसल का चढ़ावा मेला के बहाने आराध्य लखदाता पीर को समर्पित करते हैं। इलाका दूंधा की पहचान दूध उत्पादन के क्षेत्र से बनी है। ऐसे में दुधरु पशुओं के पालन पोषण को लेकर लखदाता पीर की कृपा सदैव पशुपालकों पर रहती है। मुख्यातिथि ने मेला के समापन पर माली विजेता एवं उपविजेता टीम को सम्मानित कर छिंज मेला का समापन किया। इससे पूर्व छिंज मेला की जलेब लखदाता पीर के मंदिर से माता जालपा भगवती सरौण, देव पाइंदल ऋषि डोलरा और माता जालपा करनाल के सानिध्य में पीपल की चारवेद के नीचे कुश्ती के दंगल में पहुंची। मिडल स्कूल नशधरा के मुख्याध्यापक रेवत सिंह ने कुश्ती मेला का शुभारंभ कर आयोजन के लिए 3100 रुपये की राशि भेंट दी। इसके अलावा मेेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए व्यापार मंडल कुन्नू के अध्यक्ष रमेश सोनी ने 5100, वालीबाल प्रतियोगिता के लिए पीएनबी शाखा के प्रबंधक पीसी कौल ने 5100 रुपये की सहयोग राशि मेला कमेटी को दी।
इस मौकेे पर पंचायत समिति सदस्य चंद्रकला, पंचायत प्रधान सौंफी देवी, उप प्रधान ओम प्रकाश, मेला कमेटी के प्रधान कश्मीर मौजूद रहे।