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आईआरडीपी चयन में धांधली का आरोप
Mandi
Updated Sat, 19 May 2012 12:00 PM IST
सरकाघाट (मंडी)। गोपालपुर विकास खंड के तहत टिक्कर पंचायत के लोगों ने प्रधान एवं सचिव पर आईआरडीपी परिवारों के चयन में अनियमितता का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत उपायुक्त मंडी से भी की है। पंचायत निवासियों नेक राम, कश्मीर सिंह, उत्तम चंद, मनोहर लाल, धनेश्वर सिंह, हिमा देवी, प्रकाश चंद, प्रताप चंद, अच्छरी देवी, मनोहर लाल सहित अन्य लोगों ने बताया कि गत 15 मई को 2 बजे तक पंचायत में जनरल हाउस का कोरम पूरा नहीं हुआ था। लोगों के घर चले जाने के बाद पंचायत प्रधान ने कार्रवाई रजिस्टर लेकर लोगों के घरों में जाकर स्वयं उनके हस्ताक्षर करवा कर कोरम की औपचारिकता पूरी करवा दी। मनमाने ढंग से प्रधान ने अपना और अपने चहेतों के नाम आईआरडीपी परिवारों की सूची में डाल दिए। जबकि पात्र लोगों को किसी तरह की प्राथमिकता नहीं दी गई। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जिन लोगों का आईआरडीपी के लिए चयनित किया गया है उनकी आय हजारों में है तथा उनके पक्के मकान बने हुए हैं। लोगों ने मामले की शिकायत जिलाधीश मंडी, एसडीएम सरकाघाट और बीडीओ गोपालपुर से भी की है। उन्होंने पंचायत में हुई कार्रवाई को रद करने की मांग की है। इधर, बीडीओ गोपालपुर अंकुश शर्मा ने बताया कि मामले की छानबीन करने के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इधर, टिक्कर पंचायत के प्रधान जगजीवन पाल ने उन पर लगे सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहा है कि पंचायत की सारी कार्रवाई नियमानुसार की गई है। कोई अनियमितता नहीं की है। प्रधान ने कहा कि वे स्वयं भी गरीबी रेखा के नीचे निर्वाह कर रहे हैं।
सरकाघाट (मंडी)। गोपालपुर विकास खंड के तहत टिक्कर पंचायत के लोगों ने प्रधान एवं सचिव पर आईआरडीपी परिवारों के चयन में अनियमितता का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत उपायुक्त मंडी से भी की है। पंचायत निवासियों नेक राम, कश्मीर सिंह, उत्तम चंद, मनोहर लाल, धनेश्वर सिंह, हिमा देवी, प्रकाश चंद, प्रताप चंद, अच्छरी देवी, मनोहर लाल सहित अन्य लोगों ने बताया कि गत 15 मई को 2 बजे तक पंचायत में जनरल हाउस का कोरम पूरा नहीं हुआ था। लोगों के घर चले जाने के बाद पंचायत प्रधान ने कार्रवाई रजिस्टर लेकर लोगों के घरों में जाकर स्वयं उनके हस्ताक्षर करवा कर कोरम की औपचारिकता पूरी करवा दी। मनमाने ढंग से प्रधान ने अपना और अपने चहेतों के नाम आईआरडीपी परिवारों की सूची में डाल दिए। जबकि पात्र लोगों को किसी तरह की प्राथमिकता नहीं दी गई। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जिन लोगों का आईआरडीपी के लिए चयनित किया गया है उनकी आय हजारों में है तथा उनके पक्के मकान बने हुए हैं। लोगों ने मामले की शिकायत जिलाधीश मंडी, एसडीएम सरकाघाट और बीडीओ गोपालपुर से भी की है। उन्होंने पंचायत में हुई कार्रवाई को रद करने की मांग की है। इधर, बीडीओ गोपालपुर अंकुश शर्मा ने बताया कि मामले की छानबीन करने के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इधर, टिक्कर पंचायत के प्रधान जगजीवन पाल ने उन पर लगे सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहा है कि पंचायत की सारी कार्रवाई नियमानुसार की गई है। कोई अनियमितता नहीं की है। प्रधान ने कहा कि वे स्वयं भी गरीबी रेखा के नीचे निर्वाह कर रहे हैं।