मंडी। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की ओर से अमरनाथ यात्रा को 21 दिन कम करने को सोचा समझा षड्यंत्र करार दिया। यहां पत्रकार वार्ता में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री मनोज ने कहा कि जम्मूू-कश्मीर के राज्यपाल श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं जिन्होंने अलगाववादियों के आगे एवं यूपीए संयोजिका सोनिया गांधी के इशारे पर बाबा अमरनाथ की यात्रा को 60 दिन से घटा कर 39 दिन कर दिया है। जो इस यात्रा को समाप्त करने का एक सोचा समझा षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि हिंदू संगठन इस षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने देगा। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल की चुनौती को स्वीकार करते हुए देशभर से 51 लाख हिंदू बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि देशभर में बजरंग दल ने भर्ती अभियान शुरू कर रखा है जिसके तहत 51 लाख की भर्ती हो चुकी है। प्रदेश में 51 हजार बजरंगियों की भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि 4 जून को हिमाचल प्रदेश से 51 हजार लोगों का दल बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए हिमाचल से कूच करेगा। उन्होंने कहा कि एक सोचे समझे षड्यंत्र के तहत पहले 2009 में साठ दिन से पांच दिए घटाए गए, 2010 में पांच और अब 2012 में पूरे 21 दिन कम किए गए ताकि हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इस यात्रा में न जा सकें। उन्होंने कहा कि बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए प्रतिदिन केवल 10 हजार लोग ही जा सकते हैं तथा ऐसी स्थिति में 60 दिन के दौरान केवल छह लाख लोग ही दर्शन कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि 20 मई को हिमाचल प्रदेश के साधु संतों की बैठक लदरूई (जोगिंद्रनगर) में पूज्य स्वामी गोविंद वैष्णव की अध्यक्षता में होगी। इसमें राष्ट्रीय बजरंग दल के संयोजक सुभाष चौहान की मौजूदगी में विचार होगा। इस अवसर पर विहिप के जिलाध्यक्ष मुरारी शर्मा, जिला कार्यकारी अध्यक्ष विपुल वैद्य, मंडी नगर अध्यक्ष पुष्पराज पराशर भी उपस्थित थे।