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टैट शर्त हटाकर नियुक्ति दे सरकार
Mandi
Updated Tue, 15 May 2012 12:00 PM IST
मंडी। जेबीटी बैच 2008-10 का मांगों को लेकर क्रमिक अनशन तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है। टैट के विरोध में संघर्षरत बैच के प्रशिक्षित जेबीटी लंबे आंदोलन के मूड में हैं। इस दौरान बैच के प्रशिक्षितों ने सरकार पर सरासर पक्षपात का आरोप लगाया है। जो इस बात से उजागर हुआ है कि सरकार ने एक ही बैच के तहत जिला बिलासपुर के तीन तथा एक अन्य जिला के दो जेबीटी प्रशिक्षितों को भूतपूर्व सैनिक कोटे के तहत नियुक्तियां दे दी हैं जिनका टैट भी नहीं हुआ है। लेकिन मंडी डाइट के भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्तियां नहीं मिल पाईं। जबकि इसके बाद सरकार की ओर से लगाई गई टैट की शर्त सबके लिए समान रूप से लागू कर दी गई। मंडी में क्रमिक अनशन पर अडिग जेबीटी प्रशिक्षितों को तीसरे दिन भी सरकार की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। प्रशिक्षितों का कहना है कि सरकार प्रशिक्षुओं के अध्यापक पात्रता पर सवाल उठा रही है। लेकिन खुद सवालों के घेरे में हैं। प्रशिक्षितों ने सवाल खड़े किए हैं कि क्या सरकार को अपने प्रशिक्षण संस्थानों पर भरोसा नहीं है, जोकि दो वर्ष में प्रशिक्षुओं को अध्यापन योग्य नहीं बना सके। ऐसे में तो जेबीटी का प्रशिक्षण देकर युवाओं के दो वर्ष ही बर्बाद किए गए हैं। मंडी डाइट के बैच 2008-10 के उपाध्यक्ष जोगिंद्रपाल, प्रेस सचिव चमन लाल ने सरकार से इन सवालों पर विचार की मांग की है। साथ ही टैट की शर्त को हटाकर बैच के प्रशिक्षितों के लिए जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। बैच प्रशिक्षितों की ओर से सोमवार को क्रमिक अनशन पर राजेंद्र और मोहन ने संघर्ष को आगे बढ़ाया।
मंडी। जेबीटी बैच 2008-10 का मांगों को लेकर क्रमिक अनशन तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है। टैट के विरोध में संघर्षरत बैच के प्रशिक्षित जेबीटी लंबे आंदोलन के मूड में हैं। इस दौरान बैच के प्रशिक्षितों ने सरकार पर सरासर पक्षपात का आरोप लगाया है। जो इस बात से उजागर हुआ है कि सरकार ने एक ही बैच के तहत जिला बिलासपुर के तीन तथा एक अन्य जिला के दो जेबीटी प्रशिक्षितों को भूतपूर्व सैनिक कोटे के तहत नियुक्तियां दे दी हैं जिनका टैट भी नहीं हुआ है। लेकिन मंडी डाइट के भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्तियां नहीं मिल पाईं। जबकि इसके बाद सरकार की ओर से लगाई गई टैट की शर्त सबके लिए समान रूप से लागू कर दी गई। मंडी में क्रमिक अनशन पर अडिग जेबीटी प्रशिक्षितों को तीसरे दिन भी सरकार की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। प्रशिक्षितों का कहना है कि सरकार प्रशिक्षुओं के अध्यापक पात्रता पर सवाल उठा रही है। लेकिन खुद सवालों के घेरे में हैं। प्रशिक्षितों ने सवाल खड़े किए हैं कि क्या सरकार को अपने प्रशिक्षण संस्थानों पर भरोसा नहीं है, जोकि दो वर्ष में प्रशिक्षुओं को अध्यापन योग्य नहीं बना सके। ऐसे में तो जेबीटी का प्रशिक्षण देकर युवाओं के दो वर्ष ही बर्बाद किए गए हैं। मंडी डाइट के बैच 2008-10 के उपाध्यक्ष जोगिंद्रपाल, प्रेस सचिव चमन लाल ने सरकार से इन सवालों पर विचार की मांग की है। साथ ही टैट की शर्त को हटाकर बैच के प्रशिक्षितों के लिए जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। बैच प्रशिक्षितों की ओर से सोमवार को क्रमिक अनशन पर राजेंद्र और मोहन ने संघर्ष को आगे बढ़ाया।