कुल्लू। बागवानी वैज्ञानिकों ने मौसम की स्थिति अनुसार सेब को बीमारियों से बचाने के लिए दवाइयों के छिड़काव की सलाह दी है। क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान केंद्र बजौरा के वैज्ञानिकों ने बागवानों को सलाह दी है कि सेब में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए मल्टीप्लेक्स, हिमसेट और माईक्रोविट का छिड़काव करें। मई में पहला और जून में 20 दिन के अंतराल के बाद तीसरा छिड़काव भी जरूरी है।
सह निदेशक डा. जेपी शर्मा ने कहा है कि स्कैब, अल्टरनेरिया पत्ता धब्बा रोग की रोकथाम के लिए सेब में 800 ग्राम प्रोवीनेव का छिड़काव 200 लीटर पानी में मिलाकर करें। उन्होंने कहा कि नए लगाए पौधों में यदि फल टिक गए हैं तो उनको दिकाल दें। तौलियों का घास निकालकर साफ रखने की भी उन्होंने सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सेब की सभी किस्मों में जहां फल ज्यादा लगे हों वहां पर हाथ से बिरलन करें। ऐसा परागणकर्ता प्रजाति के पेड़ों के लिए आवश्यक है। इन दिनों प्लम, नाशपाती और सेब के फल की बढ़ोतरी की अवस्था है। इसलिए तौलियों में नमी बनाए रखना जरूरी है। जहां संभव हो वहां सिंचाई की जाए तो बेहतर होगा।