केलांग। छह महीने की लंबी शीत निद्रा के बाद लाहौल-स्पीति की ठंडी फिजाओं में राजनीतिक हलचल से गर्माहट आ गई है। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा को कई मुद्दों पर घेरना शुरू कर दिया है। बुधवार को यूथ कांग्रेस के बैनर तले लाहौल स्पीति कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय में विरोध रैली निकाली।
रैली में डीसीसी समेत महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। रैली के बाद कांग्रेस नेताओं ने डीसी दफ्तर के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार के साथ ही स्थानीय विधायक पर जमकर निशाने साधे। यूथ कांग्रेस ने जिला की ज्वलंत समस्याओं को लेकर डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा। युकां के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र कारपा ने कहा कि भाजपा के शासन में जिला के विकास की गति रुक गई है।
भाजपा सरकार को जनजातीय लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं। यही कारण है कि साढ़े चार सालों के शासन के दौरान वर्तमान सरकार के किसी भी मंत्री ने घाटी का दौरा नहीं किया। युकां के जिला अध्यक्ष दीपक ठाकुर ने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के कारण पूरे प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में लहर बन रही है। भाजपा शासन में विकास की गाड़ी पटरी से उतर गई है। पूर्व विधायक ठाकुर रघुवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्रीय सरकार के बजट के दम पर विकास करवा रही है। डीसीसी अध्यक्ष नोरबू बौद्ध ने कहा कि समय आ गया है कि भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए कार्यकर्ता एकजुट हो जाएं। इस मौके पर महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष शशि किरण, लाहौल बीडीसी के पूर्व अध्यक्ष नोरबू थोलगपा, युकां के पूर्व महासचिव दोरजे टशक्यांगपा, गौशाल पंचायत प्रधान देवप्रकाश, मूलिंग प्रधान, सिस्सू पंचायत के पूर्व प्रधान जगदीश समेत भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ज्ञापन में यह उठाई हैं मांगें
राज्यपाल को भेजे ज्ञापन के जरिये कांग्रेस ने जिला के विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े 1125 पदों को जल्द भरने की मांग की है। इसके अलावा कुकुमसैरी महाविद्यालय में रिक्त प्रवक्ताओं के पदों को भरने, ग्रांफू-काजा मार्ग बहाल करने, लाहौल में सब्जी मंडी स्थापित करने, मोबाइल टावर लगाने और जीबीटी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को टीईटी की परीक्षा में छूट देने समेत कई मांगों को ज्ञापन में उठाया है।