उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के ट्रेकिंग रूट जून महीने के पहले सप्ताह में बहाल हो जाएंगे। ऊंची चोटियों पर हो रहे हिमपात और रास्तों में दुर्घटनाओं के अंदेशे के चलते जिला पुलिस ने फिलहाल ट्रेकिंग रूटों पर जाने की अनुमति नहीं दी है। जून के पहले सप्ताह तक ही ट्रेकिंग रूटों पर कदमताल हो सकेगी। ट्रेकिंग पर निकलने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न ट्रेकिंग रूटों पर अस्थाई चौकियां भी स्थापित की जाएंगी।
मई महीने में लाहौल के मूरिंग-नीलकंठ, मयाड़ घाटी के कांगला ग्लेशियर, जोवरंग-मणिमहेश, बातल-चंद्रताल आदि ट्रेकिंग रूटों पर कदमताल शुरू हो जाती थी। लेकिन, इस साल घाटी में हुई ताबड़तोड़ बर्फबारी से ट्रेकिंग रूट बहाल नहीं हो पाए हैं। दूसरे-तीसरे दिन ऊंची चोटियों पर तेज हवाओं के साथ हिमपात हो रहा है। लिहाजा पुलिस ने फिलहाल ट्रेकिंग रूटों पर सैलानियों को जाने की अनुमति नहीं दी है। ट्रेकिंग एजेंसियों को भी इस बारे सूचित किया है।
एसपी लाहौल सुनील कुमार ने बताया कि जून के पहले सप्ताह दारचा, तिंगरेट, सरचु, लोसर में अस्थाई चौकियां स्थापित कर दी जाएंगी। इस दौरान यदि मौसम साफ रहा तो ट्रेकिंग रूटों पर जाने की सैलानियों को अनुमति दे दी जाएगी। इन अस्थाई चौकियों में सैलानियों का पंजीकरण होगा। उन्होंने एजेंसी संचालकों से पुलिस का सहयोग करने का आग्रह किया है।
उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के ट्रेकिंग रूट जून महीने के पहले सप्ताह में बहाल हो जाएंगे। ऊंची चोटियों पर हो रहे हिमपात और रास्तों में दुर्घटनाओं के अंदेशे के चलते जिला पुलिस ने फिलहाल ट्रेकिंग रूटों पर जाने की अनुमति नहीं दी है। जून के पहले सप्ताह तक ही ट्रेकिंग रूटों पर कदमताल हो सकेगी। ट्रेकिंग पर निकलने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न ट्रेकिंग रूटों पर अस्थाई चौकियां भी स्थापित की जाएंगी।
मई महीने में लाहौल के मूरिंग-नीलकंठ, मयाड़ घाटी के कांगला ग्लेशियर, जोवरंग-मणिमहेश, बातल-चंद्रताल आदि ट्रेकिंग रूटों पर कदमताल शुरू हो जाती थी। लेकिन, इस साल घाटी में हुई ताबड़तोड़ बर्फबारी से ट्रेकिंग रूट बहाल नहीं हो पाए हैं। दूसरे-तीसरे दिन ऊंची चोटियों पर तेज हवाओं के साथ हिमपात हो रहा है। लिहाजा पुलिस ने फिलहाल ट्रेकिंग रूटों पर सैलानियों को जाने की अनुमति नहीं दी है। ट्रेकिंग एजेंसियों को भी इस बारे सूचित किया है।
एसपी लाहौल सुनील कुमार ने बताया कि जून के पहले सप्ताह दारचा, तिंगरेट, सरचु, लोसर में अस्थाई चौकियां स्थापित कर दी जाएंगी। इस दौरान यदि मौसम साफ रहा तो ट्रेकिंग रूटों पर जाने की सैलानियों को अनुमति दे दी जाएगी। इन अस्थाई चौकियों में सैलानियों का पंजीकरण होगा। उन्होंने एजेंसी संचालकों से पुलिस का सहयोग करने का आग्रह किया है।