केलांग। रोहतांग दर्रा बहाल होने के करीब एक माह बाद भी एचआरटीसी केलांग डिपो की नींद नहीं टूटी। खैर अब डीसी लाहौल-स्पीति के हस्तक्षेप के बाद केलांग डिपो प्रबंधन हरकत में आया है। लंबे रूटों पर बस सेवा बहाल करने की जनता की अपील को प्रबंधन अभी तक खारिज करता आया है। लेकिन सोमवार को डीसी एसएस गुलेरिया ने प्रबंधन को रोहतांग दर्रा होकर गुजरने वाली लंबे रूटों की बसों को शुरू करने के आदेश जारी किए हैं।
इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निगम ने मंगलवार से चार अतिरिक्त रूटों पर बस सेवा शुरू कर दी। चालकों और परिचालकों की कमी से जूझ रहे केलांग डिपो के लिए सभी रूटों पर बस सेवा शुरू करना एक चुनौती बनी हुई है। बताया है कि आधा दर्जन स्थानीय कर्मियों को प्रबंधन ने घाटी से बाहर अन्य डिपुओं में भेजा दिया है। सर्दियों के दौरान अस्थाई तौर पर स्थानांतरित किए करीब बीस चालकों और परिचालकों को अभी तक घाटी के लिए रिलीव नहीं किया गया। डीसी एसएस गुलेरिया ने बताया कि प्रशासन ने निगम प्रबंधन को लंबी रूटों के बसों को शुरू करने के साथ ही अस्थाई तौर पर स्थानांतरित किए चालकों और परिचालकों को जल्द केलांग डिपो भेजने के आदेश जारी किए हैं।
निगम के इनर वैली प्रभारी मंगलचंद मानेपा ने बताया कि मंगलवार से लंबे रूटों पर चार बसों की सेवा शुरू कर दी है। अब लाहौल घाटी को सुबह चार बजे केलंाग-हरिद्वार, उदयपुर-कुल्लू, केलांग-शिमला और दारचा-कुल्लू रूट पर बस सेवा शुरू की है। इस रूट पर कुल्लू से लाहौल के लिए बसें चलाई जा रही हैं। फिलहाल इन रूटों पर बस सेवा शुरू होेने से लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की है। बस सेवा शुरू करने पर लाहौल के लोगों ने डीसी एसएस गुलेरिया और निगम के इनर वैली प्रभारी मंगलचंद मानेपा का आभार जताया है।