कुल्लू। भारतीय बाजार में चीन के सामान की दस्तक यहां के उत्पादों पर भारी पड़ने लगी है। चीनी लहसुन की दस्तक से हिमाचली लहसुन का बाजार बिगड़ गया है। चीन का लहसुन आने से हिमाचली लहसुन कौड़ियों के भाव बिक रहा है। आलम यह है कि किसानों को लहसुन के खरीददार तक नहीं मिल रहे। इससे किसान चिंतित हैं। लहसुन के थोक भाव 15 से 20 रुपये प्रतिकिलो से आगे नहीं बढ़ पा रहे।
लहसुन की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों ने कुल्लू में भारी मात्रा में लहसुन की खेती की है। जिलाभर में लगभग 1200 हेक्टेयर में लहसुन की खेती की गई है। इस साल उत्पादन भी बंपर है। लेकिन, कीमत न मात्र। गांवों में पहुंचकर लहसुन की खरीददारी करने वाले कारोबारियों ने अभी तक दस्तक नहीं दी है। देश की मंडियों में चीनी लहसुन पहुंचने से यह हालात बने हैं। घाटी में इन दिनों लहसुन निकालने का कार्य जोरों पर है। कई किसानों ने लहसुन की खुदाई का कार्य पूरा कर लिया है लेकिन खरीददार नहीं मिल रहे।
मंडियों में दाम कम होने से किसान फिलहाल लहसुन को बेचने के मूड में नहीं हैं। लहुसन उत्पादक अरविंद चंदेल काली दास, कोलीबेहड़ के किसान विजेंद्र, खोड़ाआगे निवासी चोबे राम, मौहल निवासी राजू माली, लगवैली निवासी किशोरी लाल और भुमतीर निवासी प्रेम सिंह, देश राज तथा खेम सिंह ने बताया कि उन्होंने लहसुन की फसल को खेतों से निकाल दिया है लेकिन खरीददार न होने से फसल खेतों में पड़ी है। बाजार में लहसुन के उचित दाम नहीं मिल रहे। अरविंद चंदेल ने कहा कि लहसुन के खरीददार और उचित भाव न मिलने की मुख्य वजह चीनी लहुसन है। उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र की यूपीए सरकार जिम्मेदार है। यह देश के किसानों की मेहनत के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को विदेशी लहसुन के आयात पर रोक लगानी चाहिए।
दोनों लहसुन के दाम हैं बराबर
चीनी लहसुन पतला होने के साथ इसकी गुणवत्ता बेहतर होती है। हालांकि, हिमाचल और चीन की लहसुन के दाम लगभग बराबर हैं लेकिन बाजार में लहसुन ज्यादा पहुंचने से इसके दामों में उछाल नहीं आ पा रहा।
.....हेम राज, लहसुन व्यापारी
अधिक फसल भी दाम गिरने का कारण
इन दिनों मंडियों में लहसुन की कीमत 15 से 20 रुपये प्रतिकिलो चल रही है। स्थानीय लहसुन सब्जी मंडी में नाममात्र पहुंच रही है। जहां तक दाम की बात है तो इस साल फसल अधिक है। चीनी लहसुन के बाजार में पहुंचने से भी दाम कम हुए हैं।
...शेर सिंह ठाकुर, सचिव कृषि उपज विपणन समिति, कुल्लू एवं लाहौल स्पीति