कुल्लू। हिलोपा सुप्रीमो महेश्वर सिंह ने कहा है कि सरकार ने मलाणा जल विद्युत परियोजना चरण-2 को फायदा पहुंचने के लिए स्थानीय लोगों के हकों से खिलवाड़ किया है। प्रोजेक्ट के लिए जबरन जमीनें खरीदी गई। अब जमीनें देने के बाद भी ग्रामीण बेरोजगार हैं। न तो ग्रामीणों को रोजगार मिला और न ही अन्य लाभ। मणिकर्ण घाटी के दौरे पर निकले महेश्वर सिंह छैउंर में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन ने ग्रामीणों से जबरन जमीन खरीदी। जमीनों के दाम भी किसानों को नाममात्र दिए गए। हालांकि, इसका ग्रामीणों ने विरोध भी किया, किंतु सरकार और प्रशासन ने उनकी एक न सुनी। इतना ही नहीं कंपनी प्रबंधन व प्रशासन ने ग्रामीणों को विश्वास दिया था कि जिन-जिन लोगों की भूमि सुचार्ड निर्माण के लिए अधिग्रहित की जाएगी, उनके प्रत्येक परिवारों को कंपनी में रोजगार दिया जाएगा। अभी तक एक भी परिवार को रोजगार नहीं दिया गया। इसके लिए स्थानीय विधायक को भी जिम्मेदार ठहराया है। ॉ
महेश्वर सिंह ने कहा कि क्षेत्र के लिए सालों पहले बन रही निहारीनाला-छैउंर-चछनी सिंचाई कुहल का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इससे पहले छैउंर पहुंचने पर उनका ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।