कुल्लू। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल राफ्टिंग के क्षेत्र में सदैव अग्रणी रहा है। वर्तमान में बल के कर्मियों ने देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस कला में महारथ हासिल किया है। बल की 50 वीं वर्षगांठ यानी स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में बल स्तर राफ्टिंग अभियान गंगा एक खोज... जारी है।
कुल्लू में तैनात द्वितीय वाहिनी को सीमांत स्तर राफ्टिंग अभियान गोल्डन व्यास को पूर्ण करवाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इस अभियान में उत्तर पश्चिम सीमांत मुख्यालय के अधीन वाहिनियों से 23 सदस्यों की टीम द्वारा मनाली से अभियान की शुरूआत की गई। यह अभियान मंडी के पंडोह जिला में 24 मई को संपन्न होगा।
गोल्डन व्यास अभियान का शुभारंभ मनाली में द्वितीय वाहिनी के सेनानी विजय कुमार देशवाल ने किया था6। असिस्टेंट कमांडेंट आशीष कुमार पांडेय, रमेश सेनापति, ललित चंद्र पांडेय भी इस मौके पर उपस्थित रहे।
पांच दिन तक चले इस अभियान के तहत व्यास नदी में मनाली, रायसन, भुंतर, औट, पंडोह तक राफ्टिंग की गई। लगभग 93 किलोमीटर की दूरी तय कर पंडोह में फ्लैग इन 24 मई को किया जाएगा। विजय कुमार देशवाल ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदा से निपटने की कला में जवानों को निपुणता प्रदान करना है। अनुभव एवं विचार की शक्ति का भी इससे विकास होगा। साथ ही आम जनता, नौजवानों में उत्साह, आत्म विश्वास और देश प्रेम की भावना का संचार करना है। इस अभियान से बल के अन्य कर्मी भी प्रेरित हो सकेंगे।