काईस (कुल्लू)। सरकारी डिपुओं के राशन के कोटे पर फिर कैंची लग गई है। डिपुओं में राशन का स्टाक नहीं पहुंचने से उपभोक्ताओं को अधिक कीमत पर निजी दुकानों में खरीददारी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। हाल यह है कि डिपुओं में 70 प्रतिशत कोटा कम पहुंचा है। ऐसे में महज 30 प्रतिशत राशन से आपूर्ति पूरी करवाना मुश्किल हो गया है।
जिला में 12000 क्विंटल चावल की डिमांड भेजी गई है। 21000 क्विंटल गंदम मंगवाया गया है। जिला में 30 प्रतिशत कोटा ही पहुंच पाया है। इससे कई डिपुओं में चावल और गंदम नहीं पहुंच पाया। रिफाइंड तेल भी कुल्लू के अलावा अन्य ब्लाकों को सप्लाई नहीं हुआ है। दालों के स्टाक में भी भारी कमी आने से उपभोक्ता मायूस हैं। उपभोक्ता रोशन लाल, धनी राम, लोत राम, देवी सिंह, तारा देवी, लाल चंद, रोहित राम, राम लाल, जय राम, मनोहर लाल ने कहा कि राशन का कोटा नहीं मिलने से लोगों में भारी मायूसी है। उन्हें विवश होकर राशन निजी दुकानों में महंगी कीमत पर खरीदने के लिए विवश होना पड़ा है। खराहल घाटी के तेज राम, अनिश, देवी सिंह के अनुसार अभी तक उन्हें राशन नहीं मिला है। पिछले महीने भी राशन के कोटे पर कटौती की गई थी। अब इस महीने भी पूरा राशन नहीं मिल पा रहा है।
उधर, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक शिव चंद ने माना कि राशन का कम कोटा पहुंचा है। इस महीने चावल और गंदम का 30 प्रतिशत कोटा ही पहुंचा है। दाल और रिफाइंड की भी कम सप्लाई हुई है। कोटा पूरा करने के लिए आलाधिकारियों को पत्राचार किया गया है।