पतलीकूहल। निमार्णाधीन कंचन जंगा पावर प्रोजेक्ट को जाने वाली सड़क पर ग्रामीणों और पुलिस में वीरवार संघर्ष हो गया। इससे दोनों पक्षों को चोटें आईं हैं। दरअसल पावर प्रोजेक्ट तक जाने वाली सड़क के निर्माण को रोकने के लिए बहादुर सिंह ने कोर्ट से स्टे ले रखा था। इसे 14 मई के आदेश में कोर्ट ने निरस्त कर दिया। लिहाजा लोक निर्माण विभाग का अमला पुलिस की मदद से सड़क खुलवाने को मौके पर पहुंचा।
इस बीच दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। पुलिस ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की। ग्रामीण महिला वंदना, शिवा देवी और कुब्जा देवी का आरोप है कि पुलिस ने उनसे मारपीट की। इससे उन्हें हाथ, बाजू और सिर में चोटें आई हैं। वहीं पुलिस ने भी उक्त महिलाओं पर पत्थराव कर उन्हें घायल करने की बात कही है।
लोक निर्माण विभाग के एसडीओ बीसी नेगी ने ग्रामीणों पर सड़क का काम रोकने को लेकर पुलिस को शिकायत पत्र सौंपा है। वहीं पुलिस के जवानों ने भी इस संबंध में पतलीकूहल चौकी में शिकायत पत्र सौंपा है। ग्रामीण और पुलिस दोनों ही पक्षों के घायल लोगों का अस्पताल में मेडिकल करवाया जा रहा है। स्थानीय प्रधान राजीव ठाकुर ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि महिलाओं से निपटने के लिए मौके पर एक भी महिला कांस्टेबल मौजूद नहीं थी। वहीं पतलीकूहल चौकी प्रभारी रामलाल का कहना है कि पुलिस तो जनता की सेवक है। लिहाजा वीरवार को वे लोक निर्माण विभाग द्वारा सहायता मांगने पर ही घटना स्थल पर पहुंचे थे।
एसएपी संदीप धवल ने बताया कि मामला उनके ध्यान में है। पुलिस इस मामले में कानून कार्रवाई कर रही है।