कु ल्लू। सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजनों के लिए प्रसिद्ध कुल्लू के ऐतिहासिक लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में गुरुवार शाम को भक्तिरस की धारा खूब बही। मौका था, भारत की प्रसिद्ध अध्यात्मिक हस्तियों में शुमार आनंदमूर्ति गुरु मां के प्रवचन कार्यक्रम के शुभारंभ का। तीन दिन तक चलने वाली भक्तिरस की इस धारा के शुभारंभ अवसर पर सैकड़ों लोगों ने आनंदमूर्ति गुरु मां के प्रवचनों और भजनों का रसपान किया। कार्यक्रम का आगाज स्वयं गुरु मां ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
दीप प्रज्ज्वलन के बाद चरणों में तुम्हारे आए हैं श्रीराम कृपा करना भजन के साथ ही समूचा कला केंद्र भक्तिरस में डूब गया। दर्शक दीर्घा में सैकड़ों हाथ श्रीराम और गुरु मां के नमन को उठे। मानव जीवन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए गुरु मां ने कहा कि मनुष्य योनी सर्वश्रेष्ठ है। इस अनमोल जीवन को सार्थक बनाने के लिए हमें भगवान और सद्गुरु की शरण में जाना पड़ेगा। एक अच्छा गुरु ही हमें परमात्मा को पाने की राह पर ला सकता है।
प्रवचनों के साथ-साथ भजन कीर्तन के दौर से समूचा कुल्लू शहर भक्तिरस में डूब गया। सायं करीब 5 बजे शुरू हुए इन कार्यक्रमों और प्रवचनों का दौर लगभग सात बजे तक चला। गुरु मां के शिष्यों ने बताया अगले दो दिन तक भी ये दौर जारी रहेगा। 18 और 19 मई की शाम को भी आनंदमूर्ति गुरु मां प्रवचन करेंगी।