कुल्लू। जेबीटी प्रशिक्षित बैच 2008-10 का क्रमिक अनशन वीरवार को 11 वें दिन प्रवेश कर गया है। अनशन पर ठाकुर दास और सुनील तथा समर्थन में बैठे तेजा सिंह का कहना है कि उनका अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार पूरे बैच को एक साथ बगैर टीईटी के नौकरी नहीं देता है। जेबीटी प्रशिक्षित 18 मई को अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर रैली निकालेंगे।
प्रदेश सरकार प्रशिक्षण के 20 महीने के बाद अब टीईटी करवाने की बात कर रहा है। इस बैच के प्रशिक्षितों ने जेबीटी प्रशिक्षण में प्रवेश जेबीटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आधार पर लिया था, जिस परीक्षा में एक लाख अभ्यर्थी बैठे थे। जेबीटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा अपने आप में टीईटी के समकक्ष है। यदि सरकार अब टीईटी की बात कर रही है। यह सीधा जेबीटी प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता पर सीधा प्रश्व है। सरकार राइट टू एजूकेशन का हवाला देकर टीचर एलीजीबिलटी टेस्ट करवाने की बात कर रही है। आरटीई एक्ट अप्रैल, 2010 में लागू हुआ, जबकि बैच 2008-10 की अधिसूचना 2008 में निकल चुकी है। इसलिए इस बैच पर आरटीई के अंतर्गत टीईटी लागू नहीं होता है। इस दौरान महासचिव पूर्ण सिंह, मुख्य सलाहकार रूपसिंह, गोपीचंद्र आदि उपस्थित थे।