भुंतर (कुल्लू)। उत्तरीय क्षेत्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान केंद्र की जमीन के साथ
हुरला में चल रहे पावर प्रोजेक्ट का काम ठप हो गया है। दिल्ली की एक निजी फर्म हुरला खड्ड पर तीन मेगावाट का प्रोजेक्ट लगा रही है। प्रबंधन ने अब अचानक पावर प्रोजेक्ट का काम बंद कर दिया है। इससे तीन मेगावाट के प्रोजेक्ट पर संकट के बादल छा गए हैं।
भुंतर-गड़सा सड़क पर हुरला में खड्ड पर बनने वाले तीन मेगावाट के पावर प्रोजेक्ट के निर्माण में लगी कंपनी ने अपना सामान भी समेटना शुरू कर दिया है। अभी तक करीब 17 करोड़ रुपये इस प्रोजेक्ट पर खर्च हो चुके हैं। महज 25 फीसदी कार्य शेष है, लेकिन अचानक काम बंद होने से कई अटकलें लगाई जा रही हैं। पावर प्रोजेक्ट का कार्य फरवरी 2012 से बंद पड़ा है। पावर प्रोजेक्ट के प्रभारी सुरेश ने कहा कि बजट की कमी के कारण कुछ अरसे के लिए काम रोका है। उन्होंने बताया कि बजट आते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।