धर्मशाला (कांगड़ा)। थानेदार पर जानलेवा हमले के आरोपियों का ‘खौफ’ थाना भवारना के पुलिस कर्मचारियों पर छाया हुआ है। मामले में पुलिस ने चुप्पी साध ली है। थानेदार पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों की दहशत के चलते कहीं मामले की गुत्थी अनसुलझी ही न रह जाए। आरोपियों के खराब रिकार्ड को देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस की भी नींद उड़ी हुई है। आरोपियों द्वारा एक के बाद एक वारदातों से लोगों के साथ-साथ पुलिस में भी खौफ साफ दिख रहा है। इस घटना से पुलिस महकमे की किरकिरी तो जरूर हुई है, इसलिए पुलिस ने कुछ अतिरिक्त पुलिस कर्मचारियों का एक नया दल भी थाने में तैनात किया है। आरोपियों को पकड़ना तो दूर उनका सुराग तक नहीं लगा है।
हालांकि शनिवार को डीएसपी पालमपुर संजीव चौहान ने घटना से जुड़ी कई अहम जानकारियां एसएचओ के साथ घटनास्थल से जुटाई हैं। उनका दावा है कि आरोपी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे। बताया यह भी जा रहा है कि डीएसपी आरोपियों के पिछले रिकार्ड को भी खंगाल रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों को दबोचने के लिए एक विशेष दल का भी गठन किया है। लेकिन शनिवार देर सायं तक भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
धर्मशाला (कांगड़ा)। थानेदार पर जानलेवा हमले के आरोपियों का ‘खौफ’ थाना भवारना के पुलिस कर्मचारियों पर छाया हुआ है। मामले में पुलिस ने चुप्पी साध ली है। थानेदार पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों की दहशत के चलते कहीं मामले की गुत्थी अनसुलझी ही न रह जाए। आरोपियों के खराब रिकार्ड को देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ-साथ पुलिस की भी नींद उड़ी हुई है। आरोपियों द्वारा एक के बाद एक वारदातों से लोगों के साथ-साथ पुलिस में भी खौफ साफ दिख रहा है। इस घटना से पुलिस महकमे की किरकिरी तो जरूर हुई है, इसलिए पुलिस ने कुछ अतिरिक्त पुलिस कर्मचारियों का एक नया दल भी थाने में तैनात किया है। आरोपियों को पकड़ना तो दूर उनका सुराग तक नहीं लगा है।
हालांकि शनिवार को डीएसपी पालमपुर संजीव चौहान ने घटना से जुड़ी कई अहम जानकारियां एसएचओ के साथ घटनास्थल से जुटाई हैं। उनका दावा है कि आरोपी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे। बताया यह भी जा रहा है कि डीएसपी आरोपियों के पिछले रिकार्ड को भी खंगाल रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों को दबोचने के लिए एक विशेष दल का भी गठन किया है। लेकिन शनिवार देर सायं तक भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।