धर्मशाला। अपनी अनदेखी से खफा जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगार अध्यापक संघ ने आंदोलन और तेज कर दिया है। जिलाधीश कार्यालय धर्मशाला के प्रांगण में करीब ढाई हफ्ते से क्रमिक अनशन पर बैठे संघ के पदाधिकारियों ने वीरवार को यहां खुले मंच से अब प्रदेश सरकार के खिलाफ आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है। इससे आगामी विस चुनाव में प्रदेश भाजपा सरकार को जेबीटी अध्यापकों के प्रतिशोध का सामना करना पड़ सकता है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष कपिल ठाकुर ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर संघ के सदस्य पिछले 17 दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं। लेकिन प्रदेश सरकार के किसी भी नुमाइंदे ने क्रमिक अनशन पर बैठे जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगारों का हाल तक नहीं जाना। यह प्रदेश सरकार के जेबीटी वर्ग के प्रति विरोधी रवैये को दर्शाता है। प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल में किसी भी जेबीटी प्रशिक्षत को नौकरी उपलब्ध नहीं करवाई है। जबकि कांग्रेस कार्यकाल में सैकड़ों युवाओं की प्रारंभिक शिक्षा विभाग में नियुक्तियां हुईं।
प्रदेश अध्यक्ष कपिल ठाकुर, बबलेश, संजीव, रीना, सतपाल, मनोज, विनय, मोहन तथा अनु शर्मा समेत अन्य जेबीटी प्रशिक्षितों ने बताया कि अगर प्रदेश सरकार ने टेट की शर्त को हटाकर जल्द नियुक्तियां प्रदान नहीं कीं तो संघ प्रदेश के ढाई हजार जेबीटी प्रशिक्षित बेरोजगार अध्यापकों के साथ मिलकर आने वाले विस चुनाव में प्रदेश भाजपा सरकार के खिलाफ प्रचार करेगा।
दो साल बाद भी नहीं मिला रोजगार
कपिल ने कहा कि प्रशिक्षण के समय टेट की कोई शर्त नहीं थी तथा सरकार ने प्रशिक्षण के उपरांत जेबीटी प्रशिक्षितों को प्रारंभिक शिक्षा विभाग में रोजगार देने का आश्वासन दिया था। लेकिन प्रशिक्षण के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार रोजगार मुहैया करवाने में असफल साबित हुई है।