गगल (कांगड़ा)। मनरेगा के अंतर्गत करवाए जा रहे निर्माण कार्य की जांच करना सोशल आडिट कमेटी की प्रोत्साहिका को महंगी पड़ गई। ग्राम पंचायत मकरोटी में कार्य स्थल पर पहुंची सोशल आडिट कमेटी की प्रोत्साहिका और मनरेगा के कार्य में तैनात महिला मजदूरों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। दोनों पक्षों के बीच मामूली सी बात से शुरू कहासुनी इतनी बढ़ गई कि निर्माण कार्य को बीच में बंद करना पड़ा। वहीं स्थिति तनावपूर्ण होने पर मामला पुलिस चौकी जा पहुंचा।
सोशल आडिट कमेटी की प्रोत्साहिका मधुबाला ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा कि वह बुधवार को मकरोटी पंचायत में मनरेगा के तहत करवाए जा रहे कार्य की जांच तथा मस्टरोलों में हाजिरियां जांचने गई थीं। इस दौरान पंचायत प्रधान के पति और कार्य में लगे मजदूरों ने उनसे अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया। वहीं पंचायत की प्रधान मंजू देवी और उपप्रधान विजय सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते हुए मुधबाला पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए निर्माण कार्य को बंद करवाने के आरोप लगाए हैं। उधर, पुलिस चौकी गगल के प्रभारी संतोष राज ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाएगी।