धर्मशाला। क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में आपरेशन थियेटर अटेंडेंट (ओटीए) नहीं है। अस्पताल में सृजित दोनों पद अरसे से खाली पड़े हैं। ओटीए के अभाव में आपरेशन थियेटर का कामकाज प्रभावित हो रहा है। वहीं इसका खामियाजा अस्पताल में आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
अस्पताल में सर्जन और स्री रोग विशेषज्ञ समेत अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन ओटीए के अभाव में सब बेकार है। हालांकि टांडा अस्पताल का एक ओटीए यहां डेपुटेशन पर सेवाएं दे रहा है। इससे आपरेशन थियेटर में दिन में तो सर्जरी समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। लेकिन सायं पांच बजे से अगले दिन सुबह तक विभिन्न बीमारियों पत्थरी, हर्निया, अपेंडिक्स समेत सभी प्रकार के सर्जिकल आपरेशन तथा इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से बाधित हो रहीं हैं। हैरानी की बात तो यह है कि गर्भवती महिलाएं प्रसव के दौरान तो अस्पताल में भरती होती हैं। लेकिन रात्रि में सीजेरियन की नौबत आने पर उन्हें टांडा समेत अन्य अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
व्यापार मंडल के प्रधान रविकांत सोनू, महासचिव नरेंद्र जंवाल और शहरवासियों अशोक शर्मा, राहुल देव, आशीष परमार तथा विरेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों ने प्रदेश सरकार से ओटीए के रिक्त पदों को भरने की मांग की है। उधर, क्षेत्रीय अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. राकेश शर्मा ने माना कि ओटीए के दोनों पद रिक्त पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिन में डेपुटेशन पर तैनात ओटीए सेवाएं प्रदान कर रहा है। डा. शर्मा ने कहा कि मामला विभाग के उच्च अधिकारियों के ध्यान में है।