धर्मशाला। घर आई महिला मेहमान की बाथरूम में वीडियो बनाने के आरोप में फंसे बीएसएनएल के अधिकारी का अध्यात्म के नाम पर गोरखधंधा चलता है। अधिकारी ने अध्यात्म के नाम पर लंबा-चौड़ा कारोबार भी फैला रखा है। प्रशांत योगी के नाम से बाकायदा वेबसाइट के जरिए धर्म और अध्यात्म की शिक्षा दी जा रही है। धर्मशाला के साथ लगते एक इलाके में उक्त शख्स ने बाकायदा अपना एक आश्रम बना रखा है। पुलिस सारे मामले की गहनता से छानबीन कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक बाबा के इस अवतार में उक्त अधिकारी ध्यान-योग की दीक्षा देने का दावा करता है। रोचक है कि बाबा की इस वेबसाइट पर कई समस्याओं के आनलाइन समाधान की भी व्यवस्था है। वेबसाइट पर बाकायदा दान देने वालों के लिए कॉलम भी आरक्षित है। साइट पर जानकारी दी गई है कि दान के तहत दी जाने वाली राशि आयकर अनुच्छेद 80 के तहत करमुक्त होगी। हालांकि पुलिस इस दिशा में यह जानने की कोशिश कर रही है कि उक्त अधिकारी कितने समय से इस तरह के गोरखधंधे से जुड़ा है। यह भी बताया जा रहा है कि सुधेड़ स्थित इस कथित आश्रम में ध्यान योग के नाम पर कई शिविर आयोजित किए जाते हैं। इन शिविरों की आड़ में आखिर क्या होता है, पुलिस अब इस दिशा में जांच करने में जुटी है। सूत्र बताते हैं कि उक्त अधिकारी ने धर्म और अध्यात्म से संबंधित कई सीडीज भी बाजार में उतारी हैं।
हर पहलू की बारीकी से जांच
कांगड़ा के एसएसपी दिलजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के घर से उसका कंप्यूटर सिस्टम और लैपटॉप आदि जब्त कर लिया है। पुलिस आरोपी अधिकारी से जुड़े हर मामले की बारीकी से जांच कर रही है।