धर्मशाला। इंडियन प्रीमियर लीग के धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित मैच स्थानीय लोगों के लिए परेशानी के सबब बने। यहां आईपीएल के मैच तो सायं चार बजे से शुरू हुए। लेकिन सड़कों पर जाम सुबह से ही विकराल रूप धारण कर गया। दोपहर दो बजे के बाद तो खेल नगरी धर्मशाला एक पल के लिए मानो थम सी गई। सड़कों पर वाहनों की मीलों दूर तक लंबी कतारें लग गईं।
वहीं धर्मशाला बस स्टैंड से रवाना होने वाली पालमपुर, बैजनाथ, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, देहरा, नूरपुर समेत सभी बसें एक से डेढ़ घंटे तक जाम में फंसी रहीं। इसके चलते बस में बैठे मुसाफिरों को खासी परेशानी हुई। वहीं बाहरी राज्यों से आने वाले वीवीआईपी वाहन भी सड़कों पर खूब हूटर बजाते रहे। इससे सड़क पर जाम में फंसे अन्य वाहन चालकों को हूटर से खूब परेशानी हुई। दिनभर धर्मशाला शहर हूटरों की आवाज से गूंजता रहा। वाहन चालकों के अलावा पैदल चलने वाले राहगीरों को भी दिक्कतों से दो चार होना पड़ा। शहर की सड़कों पर ट्रैफिक इस कदर जाम था कि राहगीरों को सड़क क्रास करना तक मुश्किल हो गया। लेकिन पुलिस प्रशासन ट्रैफिक जाम को खुलवाने में नाकाम दिखा।
उधर, स्थानीय लोगों सुनील वर्मा, अशोक शर्मा, सुरेंद्र पटियाल, सुरेश कुमार, कमल कटोच तथा देवेंद्र सिंह ने कहा कि शहर में आईपीएल के दौरान लगे जाम ने पुलिस के बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन मैचों से प्रशासन को सीख लेकर भविष्य में होने वाले बड़े आयोजन के लिए बेहतर प्रबंध करने चाहिए।