नगरोटा सूरियां (कांगड़ा)। ग्रामीण हिमाचल दरिद्र नारायण मजदूर एकता यूनियन ने एक प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से मनरेगा के तहत प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को 100 दिन रोजगार की जगह 365 दिन रोजगार उपलब्ध करवानेे की मांग की। साथ ही दैनिक मजदूरी 200 रुपए करने की मांग की है। साथ ही बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध होने तक बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान करने की भी मांग उठाई गई है।
यूनियन के राज्य अध्यक्ष कर्म सिंह नंदा ने बताया कि वर्तमान में सरकार ने दैनिक मजदूरी नाममात्र बढ़ाकर महंगाई के इस दौर में ऊंट के मुंह में जीरा डालने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव में अंशकालीन जलवाहक, मिड-डे-मील, आंगनबाड़ी वर्कर, हेल्पर, सिलाई टीचर, जलरक्षक का अंशकालीन शब्द हटाकर उन्हें मासिक वेतन में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि यह भी मांग उठाई गई है कि मजदूर हित में वर्ष 2003 के एमओयू नियम को हटाकर विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरा जाए। सामाजिक पेंशन को 330 रुपए बढ़ाकर 500 रुपए किया जाए।