हमीरपुर। मंडल और जिला भाजपा हमीरपुर की कार्यकारिणी का कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब मंडल और जिले में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हर कोई इस बार मंडल और जिले में ओहदेदारी को लेकर जुगत भिड़ा रहा है। दिसंबर 2019 में हमीरपुर के सभी भाजपा मंडलों के चुनाव हुए थे। इसके बाद जनवरी 2020 में भाजपा की जिला कार्यकारिणी चुनी गई थी।
मंडल और जिला कार्यकारिणी का तीन साल का कार्यकाल बीते माह पूरा हो चुका है। अब नई कार्यकारिणी का गठन होना है। ऐसे मंडल से लेकर जिला कार्यकारिणी में इस बार पूरी तरह कायापलट होना है। इसकी वजह विधानसभा चुनाव में हमीरपुर जिले की पांचों सीटों पर भाजपा का सूपड़ा साफ होना है। मंडल और जिला भाजपा का अब जो भी अध्यक्ष चुना जाएगा, उसके कंधों पर इस बार बड़ी जिम्मेवारी होगी।
पहली जिम्मेवारी चुनावी हार के बाद संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने की रहेगी। दूसरी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना होगा। मंडल और जिला भाजपा कार्यकारिणी को आने वाले लोकसभा चुनावों में पहले से अधिक पसीना बहाना पड़ेगा। क्योंकि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री हैं।
बता दें कि वर्तमान में बड़सर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रहे बलदेव शर्मा जिला भाजपा के अध्यक्ष हैं। उधर, जिला भाजपा महामंत्री हरीश शर्मा ने कहा कि मंडल और जिला भाजपा कार्यकारिणी के चुनाव पार्टी हाईकमान के निर्देशानुसार ही होंगे। उन्होंने माना कि पुरानी कार्यकारिणी का कार्यकाल पूरा हो चुका है।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में मात्र पांच सीटें जीत पाई है भाजपा
17 विधानसभा क्षेत्रों वाले हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा केवल पांच सीटें ही जीत पाई है। दो सीटें निर्दलीय और 10 सीटों पर कांग्रेस खाते में गई हैं। हालांकि जिला अध्यक्ष तो वही बनेगा जिसे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का आशीर्वाद प्राप्त होगा। वर्तमान जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा भी धूमल परिवार के काफी करीबी हैं। इसी कारण दो बार हारने के बावजूद भी विधानसभा चुनाव में इस बार पूर्व विधायक बलदेव की पत्नी माया शर्मा को बड़सर से पार्टी टिकट मिला था।