ब्यूरो, अमर उजाला, (चंबा)
Updated Sun, 25 Sep 2016 10:57 PM IST
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ खंड सिहुंता की बैठक विश्राम गृह सिहुंता में प्रधान राजेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में उड़ी हमले में शहीद हुए शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा गया। बैठक में भारी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों ने इस बात पर भारी रोष प्रकट किया कि 25 अप्रैल 2016 को उपायुक्त महोदय की अध्यक्षता में संपन्न हुई सयुंक्त समन्वय समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों को विभागीय अधिकारियों द्वारा 5 महीने गुजर जाने के बाद भी कोई अमलीजामा नहीं पहनाया। जिसमें कर्मचारियों को पहचान पत्र जारी करना तथा आईपीएच और लोक निर्माण विभाग में वंचित श्रेणियों को 20:30:50 तथा 4-9-14 का लाभ तथा लोकसभा व पंचायत चुनावों का यात्रा भत्ता तथा दैनिक भत्ता प्रमुख मांगें हैं।
बैठक में सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया कि 25 अप्रैल को संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों को एक महीने के भीतर अमलीजामा नहीं पहनाया गया तो महासंघ विभागीय अधिकारियों के कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेगा जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।
बैठक में सरकार से यह पुरजोर मांग की गई कि 15 मई 2003 के बाद नियमित हुए कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए। बैठक में सरकार से यह मांग भी की गई कि पंचायतों में कार्यरत तकनीकी सहायकों के लिए भी स्थायी नीति बनाई जाए।