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चंबा। पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन की स्थानीय इकाई की मासिक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान पीसी ओबराय ने की। बैठक में सर्वप्रथम पेंशनर नरोत्तम शर्मा, ईश्वर चंद चौहान और लक्ष्मीधर मेहता के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया गया।
ओबराय ने नगर निगम शिमला के चुनावों का हवाला देते हुए कहा कि दोनों राजनीतिक पार्टियों को इन चुनावों में मुंह की खानी पड़ी है। वोटर अब सजग हो चुका है। अब हर वोटर राजनेताओं से अपना हक मांगने में सक्षम है। वर्तमान सरकार दोबारा सत्ता सुख भोगना चाहती है तो कर्मचारियों और पेंशनरों की जायज मांगों के निपटारे में पहल करे। मुख्यमंत्री की कथनी को करनी में फर्क है। सरकार घोषणा पत्र के अनुसार पेंशनरों की मांगों को सुलझाने में अपने वायदों को अमलीजामा पहनाए।
उन्होंने कहा कि दो माह पूर्व मुख्यमंत्री ने चिकित्सा भत्ता 100 से 250 रुपए प्रतिमास करने की घोषणा की थी, मगर अभी तक अधिसूचना नहीं जारी की है। पेंशनरों को 500 रुपए चिकित्सा भत्ता दिया जाए। 10 पेंशनर इकाइयाें की बैठक जुलाई में बुलाई जाएगी। बैठक में राज्य अध्यक्ष जीवानंद जीवन, हरिचंद्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी पेंशनर कार्यकारिणी सदस्य भाग लेंगे। पेंशनरों की सभी मांगों को सरकार 30 जून तक नहीं मानती है तो संघर्ष के अगले चरण की घोषणा कर दी जाएगी।
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चंबा। पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन की स्थानीय इकाई की मासिक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान पीसी ओबराय ने की। बैठक में सर्वप्रथम पेंशनर नरोत्तम शर्मा, ईश्वर चंद चौहान और लक्ष्मीधर मेहता के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया गया।
ओबराय ने नगर निगम शिमला के चुनावों का हवाला देते हुए कहा कि दोनों राजनीतिक पार्टियों को इन चुनावों में मुंह की खानी पड़ी है। वोटर अब सजग हो चुका है। अब हर वोटर राजनेताओं से अपना हक मांगने में सक्षम है। वर्तमान सरकार दोबारा सत्ता सुख भोगना चाहती है तो कर्मचारियों और पेंशनरों की जायज मांगों के निपटारे में पहल करे। मुख्यमंत्री की कथनी को करनी में फर्क है। सरकार घोषणा पत्र के अनुसार पेंशनरों की मांगों को सुलझाने में अपने वायदों को अमलीजामा पहनाए।
उन्होंने कहा कि दो माह पूर्व मुख्यमंत्री ने चिकित्सा भत्ता 100 से 250 रुपए प्रतिमास करने की घोषणा की थी, मगर अभी तक अधिसूचना नहीं जारी की है। पेंशनरों को 500 रुपए चिकित्सा भत्ता दिया जाए। 10 पेंशनर इकाइयाें की बैठक जुलाई में बुलाई जाएगी। बैठक में राज्य अध्यक्ष जीवानंद जीवन, हरिचंद्र गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी पेंशनर कार्यकारिणी सदस्य भाग लेंगे। पेंशनरों की सभी मांगों को सरकार 30 जून तक नहीं मानती है तो संघर्ष के अगले चरण की घोषणा कर दी जाएगी।