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पैन और फाइल खरीद में भी घपला
Chamba
Updated Mon, 04 Jun 2012 12:00 PM IST
चंबा। भटियात ब्लाक में एनआरएचएम के तहत होने वाली ट्रेनिंग में हुए घपले में बहुउददेश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ की ओर से आरटीआई से जुटाई गई जानकारी के अनुसार अधिकतर पंचायतों में ट्रेनिंग कागजों में ही दशाई गई है। हकीकत में ट्रेनिंग पंचायतों में हुई ही नहीं है। फर्जी ट्रेनिंग के नाम पर खर्चा दिखा कर भारी भरकम रकम हजम की गई है। कार्यक्रम के तहत ग्रामीण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों की ट्रेनिंग 69 पंचातयों में होनी थी और समितियों के सदस्यों को जानकारी दी जानी थी। ट्रेनिंग में उपस्थित लोगों को फाइल तक नहीं मिली है, मगर प्रति फाइल 30 रुपये के हिसाब से राशि दर्शाई गई है। पैन और पैड खरीद के नाम पर भी फर्जीवाड़ा है। पैन की कीमत कागजों में 10 रुपये लिखी गई है, जबकि पैन पर चार से पांच रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा समिति के सदस्यों को दिए गए पैड की कीमत 20 रुपये बताई गई है, जबकि इस पर 10 रुपये खर्च हुए हैं। ट्रेनिंग में लंच और चाय पान करवाया ही नहीं गया है, मगर कागजों में इसका भी जिक्र है। इसके अलावा ट्रेनिंग पर साढ़े चार लाख रुपये खर्चा दर्शाया गया है, जबकि खर्च इससे आधा ही किया गया है। इतना ही नहीं इस ट्रेनिंग पर भी सवाल उठाए गए हैं। इस मामले को बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने उठाया है। महासंघ के जिला अध्यक्ष जगदीश चौहान ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीएमओ समोट ने एनआरएचएम के तहत होने वाली ट्रेनिंग में दर्शाई गई रकम का आधा भी नहीं खर्च किया गया है। उन्होंने कहा कि पैन से लेकर फाइनल तक में पैसा खाया गया है। उन्होंने कहा कि महासंघ ने ये सभी जानकारियां आरटीआई से जुटाई हैं। उन्होंने इस घोटाले के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि विभाग दोषियों को बचाने में जुटा हुआ है और आज तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
चंबा। भटियात ब्लाक में एनआरएचएम के तहत होने वाली ट्रेनिंग में हुए घपले में बहुउददेश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ की ओर से आरटीआई से जुटाई गई जानकारी के अनुसार अधिकतर पंचायतों में ट्रेनिंग कागजों में ही दशाई गई है। हकीकत में ट्रेनिंग पंचायतों में हुई ही नहीं है। फर्जी ट्रेनिंग के नाम पर खर्चा दिखा कर भारी भरकम रकम हजम की गई है। कार्यक्रम के तहत ग्रामीण स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समितियों की ट्रेनिंग 69 पंचातयों में होनी थी और समितियों के सदस्यों को जानकारी दी जानी थी। ट्रेनिंग में उपस्थित लोगों को फाइल तक नहीं मिली है, मगर प्रति फाइल 30 रुपये के हिसाब से राशि दर्शाई गई है। पैन और पैड खरीद के नाम पर भी फर्जीवाड़ा है। पैन की कीमत कागजों में 10 रुपये लिखी गई है, जबकि पैन पर चार से पांच रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा समिति के सदस्यों को दिए गए पैड की कीमत 20 रुपये बताई गई है, जबकि इस पर 10 रुपये खर्च हुए हैं। ट्रेनिंग में लंच और चाय पान करवाया ही नहीं गया है, मगर कागजों में इसका भी जिक्र है। इसके अलावा ट्रेनिंग पर साढ़े चार लाख रुपये खर्चा दर्शाया गया है, जबकि खर्च इससे आधा ही किया गया है। इतना ही नहीं इस ट्रेनिंग पर भी सवाल उठाए गए हैं। इस मामले को बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने उठाया है। महासंघ के जिला अध्यक्ष जगदीश चौहान ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीएमओ समोट ने एनआरएचएम के तहत होने वाली ट्रेनिंग में दर्शाई गई रकम का आधा भी नहीं खर्च किया गया है। उन्होंने कहा कि पैन से लेकर फाइनल तक में पैसा खाया गया है। उन्होंने कहा कि महासंघ ने ये सभी जानकारियां आरटीआई से जुटाई हैं। उन्होंने इस घोटाले के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि विभाग दोषियों को बचाने में जुटा हुआ है और आज तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।