सिहुंता (चंबा)। पीएचसी समोट में एक माह सेवाएं देने के बाद चिकित्सक डा. प्रियंका ने नौकरी से रिजाइन कर दिया है। डा. प्रियंका ने दोपहर एक बजे के करीब अपना रिजाइन बीएमओ कार्यालय समोट में क्लर्क के पास दे दिया है। इस महिला डाक्टर के अचानक इस्तीफा सौंप कर चले जाने से मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बात का पता चलने पर उन्हें निजी अस्पताल में जाकर इलाज करवाना पड़ा है। मरीज लंबे समय से दूसरे चिकित्सक के आने का इंतजार करते रहे। बीएमओ डा. एसके भाटिया भी छुट्टी पर चल रहे हैं। इस कारण डा. प्रियंका के इस्तीफे पर बीएमओ के आने पर फैसला हो पाएगा। डा. प्रियंका ने रिजाइन देने का कारण अपनी पारिवारिक समस्या बताया है। इनके नौकरी से रिजाइन देने से चरचाओं का बाजार भी गरम रहा। चरचा थी कि आखिर अचानक ऐसी क्या समस्या आ गई कि कुछ ही दिन पहले नौकरी ज्वाइन करने वाली महिला चिकित्सक को नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा। शनिवार को हुए इस अनोखे घटनाक्रम के बाद तीमारदार अपने मरीजों को लेकर अस्पताल आते रहे। चिकित्सक की सेवाएं न मिलने के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में जाकर उपचार करवाना पड़ा। गरीब मरीजों को इलाज के लिए पीएचसी सिहुंता जाना पड़ा। उधर, डाक्टर को मनाने के लिए स्थानीय लोग भी आए। इसके बावजूद चिकित्सक ने सेवाएं देने में असमर्थता जताई। डा. प्रियंका का कहना है कि वे नौकरी से त्याग पत्र पारिवारिक समस्या के चलते दे रहीं हैं। ग्रामीण, नीटू, मदन, जगन, मदन, बिंदू, दलजीत, लक्की, बिक्कू का कहना है कि डाक्टर के अपने पद से त्याग पत्र देने से मरीजों को उपचार करवाने में परेशानी पेश आई। विधायक कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि नौकरी के दौरान स्टाफ को परेशानी पेश आ रही है तो कर्मचारी लिखित तौर पर सीएमओ चंबा डा. राकेश वर्मा को अवगत करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि रिजाइन देने के कारण का पता किया जाएगा। वहीं, इस मामले में सीएमओ चंबा डा. राकेश वर्मा का कहना है कि उन्हें इस बारे जानकारी नहीं है। इस बारे में बीएमओ डा. एसके भाटिया से जानकारी ली जाएगी।