चंबा। मांगाें को लेकर हिमाचल पेंशनर कल्याण संघ उग्र हो गया है। संघ ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय में रैली निकाली। इसके बाद एसडीएम चंबा रोहित राठौर को मांग पत्र सौंपा। संघ के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि यह संघ का प्रदेश में आठवां धरना है। इससे पहले संघ मंडी, कल्लू, सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर और हमीरपुर में रोष धरने दिए जा चुके हैं। इसके बावजूद सरकार ने संघ की मांगों को नहीं माना है। उन्होंने कहा कि पंजाब के आधार पर पेंशनर लाभ 65, 70, 75 की आयु पूरी करने पर क्रमश: 5, 10 और 15 फीसदी अतिरिक्त पेंशन दी जाए। दो वर्ष में एक मूल पेंशन टीए के रूप में दी जाए। इसके अलावा चिकित्सा भत्ता 500 रुपये मासिक किया जाए। उन्होंने कहा कि परिवहन और बिजली बोर्ड पेंशनरों की बकाया पेंशन और महंगाई भत्ते के एरियर को अभी तक न देना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इन दोनो बोर्डों के पेंशनरों को बिना पेंशन लाभ दिए सेवानिवृत्त किया जा रहा है और वर्षों तक ग्रेच्युटी, लीव एनकैशमेंट और अन्य आर्थिक लाभों का भुगतान न कर शोषण किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश भर के पेंशनरों के वर्षों से लंबित चिकित्सा बिल न मिलने पर चिंता व्यक्त की है। इस मौके पर प्रदेश संघर्ष समिति के चेयरमैन ओपी भारद्वाज, प्रदेश के अतिरिक्त महासचिव कुलदीप सिंह, जसवाल दिलवर, अली शाह प्रदेश सचिव और बलदेव पठानिया, जिला अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, महासचिव रतन चंद, उपाध्यक्ष सुरेंद्र चंद्र वर्मा, पीसी महाजन, अब्दुल मजीद, प्रताप सिंह, चतर सिंह, तिलक राज, तान सिंह, रमेल सिंह, पीएन शर्मा, प्रेम नाथ शर्मा, एमएल अरोड़ा, शक्ति प्रसाद शर्मा, पीआर महाजन, के आर भूरिया, गुरगेश कुमार, यूएस पठानिया, आरके शर्मा और बलदेव राज उपस्थित थे।