सलूणी (चंबा)। सलूणी में फारेस्ट गार्ड के पद खाली होने से वन संपदा को बचाना वन विभाग के लिए मुश्किल हो गया है। क्षेत्र की सात बीटों में गार्ड नहीं हैं। गार्ड न होने के कारण सेवाएं दे रहे एक गार्ड को ही सभी बीटों की जिम्मेवारी सौंपी गई है। काम ज्यादा होने के कारण लोग मौके का फायदा उठाकर नागछतरी और गुच्छी का अवैध कटान कर लाखों रुपये कमा रहे हैं। इससे सरकार और विभाग को लाखों का चूना लग रहा है। खाली पदों वाली बीटों में अवैध कटान ज्यादा हो रहा है। बीट गार्ड अपनी बीटों में जाकर तो स्थिति का जायजा ले ही रहे हैं। साथ ही अन्य बीटों की जिम्मेवारी भी मिल जाने के कारण इनका काम बढ़ गया है। हालात ऐसे हैं कि बीट गार्ड को बीटों को चेक करने में ही सारा समय बीत जाता है। जब बीट गार्ड दूसरी बीट चेक करने निकलता है तो पीछे से बीट में लोग अवैध कटान कर नागछतरी को दूसरी जगहों में पहुंचा रहे हैं। बीट गार्ड की कमी अब वन विभाग को भी खलने लगी है। एसीएफ प्रवीण कुमार ने कहा कि सलूणी, किहार, कनोगा, कुंडी, तिल्ली, गुलेल और भुगयार में बीट गार्ड नहीं हैं। गार्ड न होने के कारण अतिरिक्त बीट को संभालने की जिम्मेवारी सेवाएं दे रहे बीट गार्ड को दी गई है।