चंबा। भारत बंद को लेकर मंडल भाजपा और व्यापार मंडलों में सही समय पर तालमेल न हो पाने के कारण वीरवार को दुकानदारों ने दुकानें खोल दीं। वीरवार को चंबा में हालांकि खाने पीने के सामान की दुकानों को छोड़ बाकी दुकानदारों ने सुबह दस बजे से पहले तक दुकानें बंद रखी हुई थीं। इसके बाद अधिकतर दुकानदारों ने दुकानें खोलना शुरू कर दी और देखते ही देखते सारा बाजार खुल गया। उधर, चरचा है कि बुधवार को मंडल भाजपा की ओर से सर्किट हाउस में किए गए शक्ति प्रदर्शन के चलते भी व्यापारियों से तालमेल नहीं बन पाया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को बुधवार देर शाम को बंद सफल बनाने की अपील की गई, तब तक सारे दुकानदार अपने घरों को जा चुके थे। इसके चलते सभी दुकानदारोें को बंद के बारे में सही सूचना नहीं मिल पाई और असमंजस की स्थिति में उन्होंने दुकानें खोल दीं।
वहीं, एक दिन पूर्व हुए शक्ति प्रदर्शन की तुलना में भारत बंद के दौरान निकाली गई रैली में भी ज्यादा कार्यकर्ता नहीं जमा हो पाए। माना जा रहा है कि जब बुधवार को काफी संख्या में कार्यकर्ता चंबा आए हुए थे, तो उनके लिए दूसरे दिन भी रैली में शामिल होना मुश्किल था। इसी कारण वीरवार की रैली जोरदार नहीं रही। बंद सफल न हो पाने बारे पूछे जाने पर चंबा भाजपा के मंडल अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि उनकी और विधायक की ओर से बुधवार देर शाम को व्यापारियों से बंद को लेकर बात हुई थी। उधर, डलहौजी मंडल भाजपा के अध्यक्ष राजिंद्र पटियाल ने कहा कि वे सलूणी से हैं और उन्होंने यहां बाजार बंद करवाया था। उन्होंने कहा कि डलहौजी में महामंत्री की ड्यूटी लगाई थी, वहां भाजपा समर्थक दुकानदारों ने थोड़ी देर बाजार बंद रखा था।