चंबा। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों पर पूरी नजर रखेगा। ड्यूटी से नदारद रहने वाले अध्यापकों के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई अमल में लाएगा। साथ ही बिना बताए स्कूल से गायब रहने वाले अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। विभाग खासकर दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे अध्यापकों पर नजर रखने के लिए एक कमेटी का गठन करेगा। यह कमेटी अलग-अलग स्कूलों में जाकर अध्यापकों और अन्य स्टाफ की उपस्थिति की जांच करेगी। इस दौरान कोई अध्यापक ड्यूटी से नदारद पाया जाता है तो उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद अध्यापक को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। स्थिति स्पष्ट न करने की सूरत में शिक्षा विभाग ऐसे अध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी अमल में ला सकता है। विभाग की ओर से गठित टीम अगले माह से स्कूलों पर नजर रखेगी। हर स्कूल में जाकर उपस्थिति चेक की जाएगी। अब अध्यापकों को प्रार्थना सभा से पहले स्कूल पहुंचना होगा। सूत्रों का कहना है कि कुछेक स्कूलों में अध्यापक समय पर नहीं पहुंच पाते या फिर बिना बताए ही स्कूल से चले जाते हैं। अध्यापकों के स्कूल से चले जाने के बाद बच्चों की पढ़ाई भी काफी प्रभावित होती है। इसे लेकर शिक्षा विभाग के पास भी शिकायत पहुंच रही है।
सरकारी स्कूलों में स्टाफ पर पूरी नजर रखी जाएगी। स्कूल में शिक्षा विभाग की टीम हाजिरी रजिस्टर चेक करेगी। इस दौरान अगर कोई अध्यापक या अन्य स्टाफ स्कूल से गायब पाया जाता है तो उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। स्कूल में सभी अध्यापकों को प्रार्थना सभा से पहले आना जरूरी है।
-ओपी हीर, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा