चंबा। पंचायती राज विभाग के पास बीआरजीएफ के तहत आने वाली ग्रांट इन एड नहीं पहुंच पाई है। ग्रांट न आने से जिले की पंचायतों में विकास कार्य रुक गए हैं। ग्रांट को पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है। पंचायती राज विभाग के पास पंचायताें में विकास कार्य करवाने के लिए 15 करोड़ रुपये के करीब ग्रांट आती है। ग्रांट से पंचायतों में रास्ते, कूहलें व सराय निर्माण कार्य पर खर्च किया जाता है। ग्रांट न आने के कारण कई पंचायतों में रास्तों का निर्माण कार्य रुक गया है तो कहीं सराय भवनों का निर्माण कार्य अधूरा है। पिछली बार जारी हुई ग्रांट से अधूरे पड़े कार्यों को इस बार मिलने वाली ग्रांट से पूरा करवाया जाना था। ग्रांट अप्रैल माह में पंचायती राज विभाग के पास पहुंचती है। बाद में पंचायती राज विभाग जिले के 283 पंचायतों में विकास कार्यों पर खर्च करता है। इसके अलावा बीआरजीएफ के माध्यम से विभाग के कर्मचारियों को सेलरी भी मिलती है। ग्रांट न मिलने से नए रास्ते भी पक्के होने थे। अब निर्माण कार्य को शुरू करने के लिए ग्राम पंचायतों को ग्रांट आने का इंतजार करना होगा। मई भी खत्म होने को है, पर ग्रांट इन एड पंचायती राज विभाग के पास नहीं पहुंची है।
उधर, इसकी पुष्टि जिला पंचायत अधिकारी रमेश कुमार ने की है। उन्होंने कहा कि विभाग के पास अभी तक बीआरजीएफ के तहत आने वाली ग्रांट इन एड नहीं पहुंच पाई है। जैसे ही ग्रांट पहुंचेगी, सभी पंचायतों को विकास कार्य के लिए पैसा दे दिया जाएगा।