चंबा। जिला के कई ग्रामीण इलाकों में बिजली के मीटर डेड पड़े हैं। यहां बोर्ड के कर्मी अंदाजे से ही उपभोक्ताओें का बिल थमा रहे हैं। बोर्ड के आंकड़े में ऐसे मीटरों की संख्या पांच सौ के करीब बताई जा रही है। इससे बिजली बोर्ड को अब तक लाखों रुपये का चूना लगने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल बोर्ड ने जिला में ऐसे डेड मीटरों का बदलने की तैयारी कर ली है। इस पर करीब 12 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में बिजली के कई मीटर डेड हैं। मीटर डेड होने के कारण बोर्ड को बिजली का बिल यूज की गई बिजली की जानकारी न होने से अंदाजे से ही काटा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में लंबे अरसे से मीटर डेड हैं। मीटर में रीडिंग न चलने के कारण बोर्ड को चपत लगने की संभावनाएं ज्यादा हैं। यह नुकसान लाखों में हो सकता है। विद्युत बोर्ड के एक्सईएन एमएल शर्मा ने कहा कि डेड मीटरों को बदलकर नये मीटर लगाए जाएंगे। उन्हाेंने कहा कि इस मुहिम को इसी सप्ताह से शुरू किया जाएगा। उन्हाेंने माना कि जिले में पांच सौ के करीब डेड मीटर एडेंटीफाई किए गए हैं। इन डेड पड़े मीटरों में रीडिंग नहीं आ रही है। इस कारण उपभोक्ताओं से पिछली खपत के अनुसार अंदाजे से ही बिल दिया जा रहा है। बोर्ड नए मीटर लगाने पर 12 लाख रुपये खर्च करने जा रहा है।