चंबा। मौसम बदलते ही जिला के बाशिंदे सीजनल बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं। जिले में इन दिनों पीलिया और डायरिया का प्रकोप सबसे ज्यादा है। इस कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालत यह है कि बिस्तरों की कमी के चलते एक बेड पर दो से तीन मरीज लेटाए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इन दिनों अस्पताल में डायरिया और पीलिया के मरीज ज्यादा हैं। इस कारण सीरियस मरीजों को ही उपचार के लिए भर्ती किया जा रहा है। बाकी मरीजाें को दवाई देकर घर भेज दिया जा रहा है। जिला अस्पताल के वार्ड नंबर चार में डायरिया और पीलिया से ग्रस्त मरीजाें को भर्ती किया गया है। इस समय वार्ड में 45 के करीब मरीज उपचाराधीन हैं। इसके अलावा शिशु वार्ड में भी 35 के करीब बच्चों का इलाज चल रहा है। इस समय वार्ड में एक बेड पर दो से तीन मरीजाें का इलाज चल रहा है। डाक्टरों के अनुसार संतुलित और स्वच्छ भोजन न लेने के कारण लोग डायरिया और पीलिया जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वहीं दूषित जल पीने से भी ये दोनों बीमारियां होती हैं। वहीं, ओपीडी में भी इन बीमारियों से ग्रस्त 60 के करीब मरीज हर रोज उपचार करवाने पहुंच रहे हैं। कम गंभीर मरीजों को चेकअप के बाद दवाई देकर घर भेज दिया जा रहा है। वहीं अलग-अलग अस्पतालों से भी रेफर होकर आने वाले मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
इस संबंध में एमएस डा. रामकमल ने कहा कि इन दिनों डायरिया और पीलिया से ग्रस्त ज्यादा मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि चेकअप के बाद मरीजों को स्वच्छ जल पीने और संतुलित भोजन लेने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को दवाई देकर घर भेज दिया जा रहा है। वहीं 45 के करीब मरीज अस्पताल में भरती हैं