चंबा। जिला परिषद की बैठक में मनरेगा शेल्फ बिना चरचा और कोरम पूरा हुए बिना पारित करने का विवाद गरमाने लगा है। जहां बैठक का बहिष्कार करने वाले विपक्षी पार्षदों ने इस मामले में उपायुक्त से शिकायत की है, वहीं इनकी आपत्ति को जिप अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने दरकिनार कर दिया गया है। जिप अध्यक्ष ने कहा है कि जिस समय शेल्फ प्रस्तुत किया गया और पारित किया गया, उस सयम कोरम पूरा था। उन्होंने बहिष्कार करने वाले पार्षदों की संख्या भी कम होने का दावा किया है। वहीं, वीरवार को बिना कोरम के मनरेगा का शेल्फ पारित करने पर उपायुक्त से आपत्ति जता कर दोबारा बैठक की मांग करने वाले विपक्षी पार्षद शुक्रवार को फिर से उपायुक्त से मिले। उन्हें उपायुक्त ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
उधर, इस मामले को लेकर उपायुक्त डा. सुनील चौधरी ने भी अपने स्तर पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने इस संबंध में जिला पंचायत अधिकारी से बैठक की कार्यवाही का रिकार्ड और इस दौरान बहिष्कार कर बाहर गए पार्षदों के बारे में जानकारी तलब की है। उपायुक्त ने कहा कि इस संबंध में वे आवश्यक जांच कर रहे हैं। इसके बाद ही उचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा का शेल्फ पारित करने में हुई देरी भी चिंताजनक है। वहीं, पार्षद राज सिंह ठाकुर ने कहा कि वे इस मामले में दस पार्षदों की आपत्ति बारे की गई कार्यवाही के संबंध में जानकारी लेने शुक्रवार को भी उपायुक्त से मिले थे। उन्हें उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है।
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बैठक बुलाने पर सोचा जाएगा : संतोष ठाकुर
जिप अध्यक्ष संतोष ठाकुर ने कहा कि शेल्फ पारित होने के बाद ही कुछ अधिकारियों के गैरहाजिर होने पर दो-चार पार्षद सदन छोड़ कर चले गए थे। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर किसी को कोई आपत्ति है तो जिप की बैठक बुलाने को लेकर विचार किया जाएगा।