चंबा। चंबा नगर परिषद को इस बार अभी तक ग्रांट इन एड नहीं मिल पाई है। इस कारण नगर परिषद में सेवाएं रहे कर्मचारियों को भी वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा शहर के 11 वार्डों में भी विकास की रफ्तार थम गई है। नगर परिषद को सितंबर 2011 में ग्रांट मिली थी। इसके बाद अब तक नगर परिषद को कोई भी ग्रांट इन एड नहीं मिल पाई है। ग्रांट इन एड न आने के कारण वार्डों में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, कई रास्तों का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। फ्यूज लाइटें भी बजट के अभाव में ठीक नहीं हो पा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि नगर परिषद को पहले तीन माह बाद ग्रांट इन एड आती थी। इससे नगर परिषद के वार्डों में कार्य भी करवाए जाते थे। इस बार नगर परिषद को 9 माह बीत जाने के बाद भी ग्रांट नहीं मिल पाई है। इस ग्रांट से नगर परिषद के 71 रेगुलर कर्मचारियाें को भी वेतन मिलता है। कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण उन्हें अपने घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। इस समय ग्रांट न आने के कारण शहर में नालियों का रखरखाव भी नहीं हो पा रहा है। कुछेक नालियां टूट चुकी हैं। नालियां टूट जाने से पानी की निकासी भी रुक गई है। फिलहाल, नगर परिषद अभी तक ग्रांट आने का इंतजार कर रही है। मई माह तक ग्रांट न मिल पाने के कारण नप में विकास कार्यों को विराम लग गया है। अब ग्रांट आने पर ही विकास कार्यों को गति मिल पाएगी।
नगर परिषद की अध्यक्ष अनीता ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है। उन्हाेंने कहा कि नगर परिषद को अभी तक ग्रांट नहीं मिल पाई है। ग्रांट आने पर वार्डों में कार्य करवाए जाएंगे और स्टाफ को सेलरी भी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रांट न आने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
चंबा। चंबा नगर परिषद को इस बार अभी तक ग्रांट इन एड नहीं मिल पाई है। इस कारण नगर परिषद में सेवाएं रहे कर्मचारियों को भी वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा शहर के 11 वार्डों में भी विकास की रफ्तार थम गई है। नगर परिषद को सितंबर 2011 में ग्रांट मिली थी। इसके बाद अब तक नगर परिषद को कोई भी ग्रांट इन एड नहीं मिल पाई है। ग्रांट इन एड न आने के कारण वार्डों में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, कई रास्तों का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। फ्यूज लाइटें भी बजट के अभाव में ठीक नहीं हो पा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि नगर परिषद को पहले तीन माह बाद ग्रांट इन एड आती थी। इससे नगर परिषद के वार्डों में कार्य भी करवाए जाते थे। इस बार नगर परिषद को 9 माह बीत जाने के बाद भी ग्रांट नहीं मिल पाई है। इस ग्रांट से नगर परिषद के 71 रेगुलर कर्मचारियाें को भी वेतन मिलता है। कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण उन्हें अपने घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। इस समय ग्रांट न आने के कारण शहर में नालियों का रखरखाव भी नहीं हो पा रहा है। कुछेक नालियां टूट चुकी हैं। नालियां टूट जाने से पानी की निकासी भी रुक गई है। फिलहाल, नगर परिषद अभी तक ग्रांट आने का इंतजार कर रही है। मई माह तक ग्रांट न मिल पाने के कारण नप में विकास कार्यों को विराम लग गया है। अब ग्रांट आने पर ही विकास कार्यों को गति मिल पाएगी।
नगर परिषद की अध्यक्ष अनीता ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है। उन्हाेंने कहा कि नगर परिषद को अभी तक ग्रांट नहीं मिल पाई है। ग्रांट आने पर वार्डों में कार्य करवाए जाएंगे और स्टाफ को सेलरी भी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रांट न आने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।