चंबा। सरकारी स्कूलाें में पढ़ाई कर रहे छात्राें को नान ट्राइबल एरिया छात्रवृत्ति के तहत मिलने वाले बजट में इस बार सात लाख रुपये की कटौती की गई है। इससे 1700 गरीब छात्रों के छात्रवृत्ति रुक गई है। ऐसे में उनके लिए पढ़ाई जारी रखना मुश्किल हो गया है। ये सभी छात्र आईआरडीपी परिवारों से संबंधित हैं। शिक्षा विभाग छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों को छात्रवृत्ति देता है। शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने इस बार गैर जनजातीय छात्रवृत्ति योजना के तहत 56 लाख रुपये का बजट मांगा था, मगर 49 लाख रुपए के करीब ही स्वीकृत हुआ है। इस 56 लाख रुपये से 15 हजार के करीब छात्राें को छात्रवृत्ति मिलनी थी। बजट में कट लगने के कारण 13,300 के करीब छात्र ही छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित हो पाए हैं। बाकी बचे 1700 छात्रों को योजना के तहत लाभ नहीं मिल पाया। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले छात्र गरीब परिवाराें से संबंधित हैं। छात्रवृत्ति न मिलने के कारण छात्राें को अपने गरीब माता-पिता की मदद से ही पढ़ाई करनी पड़ेगी।
शिक्षा विभाग के उपनिदेशक ओपी हीर ने इसकी पुष्टि की है। उन्हाेंने कहा कि गैर जनजातीय छात्रवृत्ति योजना का बजट कम मिलने के कारण 1700 के करीब छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अन्य के छात्रों को छात्रवृत्ति दे दी गई है। अगर और बजट आ जाता है तो इन छात्रों को भी छात्रवृत्ति दे दी जाएगी।