चंबा। चंबा कालेज के दरबार हाल में स्कूली बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति न देने पर एसएफआई उग्र हो गई है। संगठन ने अनुमति न मिलने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। साथ ही इसे लेकर आंदोलन भी शुरू की बात कही है। एसएफआई की स्थानीय इकाई के सचिव तिलक राज ने कहा संगठन कालेज केदरबार हाल में स्कूली छात्रों का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 27 मई को करवाने जा रहा था। संगठन ने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. एमएल शर्मा से ऐतिहासिक दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति मांगी तो प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य की ओर से दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति न देने का कोई कारण नहीं बनता है। उन्हाेंने कहा कि दरबार हाल किसी की व्यक्तिगत जागीर नहीं है। इसका एक ऐतिहासिक महत्व है। उन्हाेंने कहा कि प्रधानाचार्य के फैसले का छात्र संगठन विरोध करता है। एसएफआई की राज्य कमेटी के सदस्य विजय कुमार ने कहा कि प्रधानाचार्य पैसा कमाने के लिए दरबार हाल को बाहरी लोगाें और संस्थाओं को कार्यक्रम करने की अनुमति दे रहे हैं, मगर छात्रों को कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। संगठन ने इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एसएफआई इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।
इस संबंध में प्रधानाचार्य डा. एमएल शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से निर्देश हैं कि कालेज में कार्यक्रम करने की अनुमति सिर्फ कालेज में पढ़ाई करने वाले छात्रों को ही दी जा सकती है। दूसरी जगहों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति कालेज प्रशासन नहीं दे सकता है।
चंबा। चंबा कालेज के दरबार हाल में स्कूली बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति न देने पर एसएफआई उग्र हो गई है। संगठन ने अनुमति न मिलने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। साथ ही इसे लेकर आंदोलन भी शुरू की बात कही है। एसएफआई की स्थानीय इकाई के सचिव तिलक राज ने कहा संगठन कालेज केदरबार हाल में स्कूली छात्रों का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 27 मई को करवाने जा रहा था। संगठन ने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. एमएल शर्मा से ऐतिहासिक दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति मांगी तो प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य की ओर से दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति न देने का कोई कारण नहीं बनता है। उन्हाेंने कहा कि दरबार हाल किसी की व्यक्तिगत जागीर नहीं है। इसका एक ऐतिहासिक महत्व है। उन्हाेंने कहा कि प्रधानाचार्य के फैसले का छात्र संगठन विरोध करता है। एसएफआई की राज्य कमेटी के सदस्य विजय कुमार ने कहा कि प्रधानाचार्य पैसा कमाने के लिए दरबार हाल को बाहरी लोगाें और संस्थाओं को कार्यक्रम करने की अनुमति दे रहे हैं, मगर छात्रों को कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। संगठन ने इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एसएफआई इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।
इस संबंध में प्रधानाचार्य डा. एमएल शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से निर्देश हैं कि कालेज में कार्यक्रम करने की अनुमति सिर्फ कालेज में पढ़ाई करने वाले छात्रों को ही दी जा सकती है। दूसरी जगहों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को दरबार हाल में कार्यक्रम करने की अनुमति कालेज प्रशासन नहीं दे सकता है।